नई दिल्ली, 29 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा केंद्र सरकार पर बदले की भावना से काम करने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि कोई भी संगठन भारत में कार्य कर सकता है लेकिन यह उनके कानूनी दायरे में होना चाहिए। पार्टी ने एमनेस्टी इंटरनेशनल पर भारतीय लोकतंत्र के अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह ब्रिटिश काल नहीं है, भारत उससे बहुत आगे बढ़ चुका है।
भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संस्था का कहना है कि मानवाधिकार की उसकी रिपोर्ट के लिए भारत सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि संस्था के द्वारा लगाए जा रहे ये आरोप सच्चाई से कोसो दूर हैं, भारत में कार्यरत कोई भी संस्था चाहे वो भारतीय हो यो विदेशी, अगर विदेश से धन लेना है तो भारत के कानूनों का पालन करना पड़ेगा।
राठौर ने कहा कि कोई भी संगठन भारत में कार्य कर सकता है लेकिन यह उसके कानूनी दायरे में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संस्था ने कहा है कि वो भारत में अपना कार्य रोक रहे हैं क्योंकि भारत सरकार ने उनके बैंक खातों पर रोक लगा दी है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वर्ष 2009 में एमनेस्टी इंटरनेशनल के लाइसेंस को विदेशी धन प्राप्त करने के लिए तत्कालीन यूपीए सरकार द्वारा अस्वीकार कर दिया गया था और उनके कार्यों को निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि एमनेस्टी ने भारत में काम करने के दौरान विदेशों से पैसा लिया किंतु उसके बारे में पूरी जानकारी नही दी। जबकि भारत में कार्यरत कोई भी संस्था भारतीय हो या विदेशी, अगर विदेश से धन लेती है तो उसे एफसीआरए के तहत हर बार फंड लेने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है लेकिन उसने ऐसा नही किया।
राठौर ने कहा कि संस्था को बताना चाहिए कि जो पैसा बाहर से आ रहा उसको छुपाने की कोशिश क्यों हो रही है। उन्होंने संस्था पर दोमुंहापन का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत के अंदर मानवाधिकार पर तो यह संस्था खूब बोलती है, लेकिन पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार पर मौन साध लेती है।
उल्लेखनीय है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन है जो मानव अधिकार के क्षेत्र में काम करती है जिसका मुख्यालय लंदन में है।