बर्थडे स्पेशल 5 अगस्त: बतौर सर्वश्रेष्ठ खलनायक फिल्म फेयर पुरस्कार पाने वाली पहली अभिनेत्री हैं काजोल

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बॉलीवुड की चुलबुली अभिनेत्री काजोल ने अपने शानदार अभिनय की बदौलत न सिर्फ दर्शकों के दिलों को जीता, बल्कि वह खास मकाम भी हासिल किया जिसका सपना हर कोई देखता है । 5 अगस्त, 1974 को जन्मी काजोल बीते जमाने की मशहूर अभिनेत्री तनुजा और दिवंगत निर्देशक-निर्माता सोमू मुखर्जी की बेटी हैं। फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने वाली काजोल ने भी फिल्मों को ही अपना करियर चुना और मात्र 16 साल की उम्र में 1992 में फिल्म ‘बेखुदी’ से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की। इसके बाद काजोल को शाहरुख खान और शिल्पा शेट्टी के साथ फिल्म ‘बाजीगर’ करने का मौका मिला जो दर्शकों को काफी पसंद आई। काजोल ने बहुत कम समय में दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना ली।काजोल की निजी जिंदगी की बात करे तो उन्होंने अभिनेता अजय देवगन के साथ 24 फरवरी 1999 को शादी कर ली। इस दौरान उन्हें फैंस के आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। क्योंकि उस समय काजोल अपने करियर के शिखर पर थी। अजय देवगन और काजोल का रहन-सहन तथा मिजाज एक-दूसरे से बिल्कुल जुदा है। इसे देखते हुए कई लोगों का मानना था कि दोनों की शादी लंबे समय तक नहीं टिकेगी, लेकिन आज बॉलीवुड में दोनों की जोड़ी की मिसाल दी जाती है। काजोल-अजय की एक बेटी न्यासा और एक बेटा युग है।

काजोल ने बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों में काम किया है। अपने बिदांस अंदाज और चुलबुले स्वभाव के लिए जानी जाने वाली काजोल की प्रमुख फिल्मों में हलचल, गुंडाराज, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे, गुप्त: द हिडेन ट्रूथ, इश्क, प्यार किया तो डरना क्या, प्यार तो होना ही था, कभी खुशी कभी गम, फना, माई नेम इज खान, दिलवाले, तान्हाजी आदि शामिल हैं। फिल्म गुप्त में काजोल का किरदार ग्रे शेड्स था। फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिए वह सर्वश्रेष्ठ खलनायक के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गईं।फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास का पहला मौका था जब किसी अभिनेत्री को सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया था। इसके अलावा उन्हें साल 1996 में फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे के लिए, 1999 में फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ के लिए, 2002 में फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार ‘कभी खुशी कभी गम’ के लिए, 2007 में फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार फिल्म’ फना’ के लिए तथा 2011 में फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार ‘माइ नेम इज खान’ के लिए दिया गया है। इसके अलावा काजोल को फिल्मों में उनके सराहनीय योगदान के लिए साल 2011 में भारत सरकार की तरफ से पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। फिल्मों के अलावा काजोल सामाजिक कार्यों से जुड़ी हुई हैं। वह एक एनजीओ ‘शिक्षा’ की सदस्य हैं जो बच्चों की शिक्षा पर काम करता है। बॉलीवुड में अपने शानदार अभिनय का लोहा मनवाने वाली सर्वश्रेष्ठ अभिनत्री काजोल सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती हैं। देश-विदेश में उनके चाहने वालों की संख्या लाखों में हैं।


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