नई दिल्ली, 17 जुलाई (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के रिजर्व फंड पर बिमल जलान समिति की रिपोर्ट तैयार हो गई है। समिति ने बुधवार को हुई बैठक में आरबीआई के पास मौजूद सरप्लस पूंजी पर अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है। इस रिपोर्ट को समिति जल्द ही आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को सौंप देगी।
आरबीआई के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रिजर्व बैंक के पास जो सरप्लस पूंजी मौजूद है उसे तीन से पांच वर्ष में सरकार को ट्रांसफर किया जाएगा। ये रकम कितनी होगी इसकी अभी जानकारी नहीं है। हालांकि, ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि आरबीआई के पास करीब 10 लाख करोड़ रुपये की सरप्लस पूंजी मौजूद है।
दरअसल आरबीआई को अपने रिजर्व फंड में कितना पैसा रखना चाहिए और सरकार को कितनी रकम सरकार को ट्रांसफर करनी चाहिए। यह तय करने के लिए रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर बिमल जालान की अध्यक्षता में 26 दिसंबर 2018 को 6 सदस्यीय एक समिति बनाई गई थी। हालांकि इस समिति का कार्यकाल दो बार बढ़ाया जा चुका है। बता दें कि कैश सरप्लस मुद्दे पर सरकार और आरबीआई के बीच विवाद को लेकर आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल ने पिछले साल दिसंबर में इस्तीफा दे दिया था।