बिहार में गरीबी और रोग उन्मूलन के कार्य सराहनीय : बिल गेट्स

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जल-जीवन-हरियाली के क्षेत्र में राज्य सरकार के कार्यों से अवगत हुए बिल गेट्सबिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन राज्य सरकार के साथ मिलकर करेगा  कामरुटीन इमोनाइजेशन पर आधारित एक स्मारिका का भी हुआ विमोचनबिल गेट्स को मुख्यमंत्री ने अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह भेटकर किया सम्मानित



पटना,17 नवम्बर (हि.स.)। बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष और ट्रस्टी  बिल गेट्स ने  रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद कक्ष में मुलाकात की । मुलाक़ात के दौरान दोनों ने बिहार  के स्वास्थ्य और सर्वंगीण विकास के क्षेत्र में आपसी सहयोग और साझेदारी  भविष्य में भी जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मगल पांडेय एवं अन्य पदाधिकारियों ने “बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन” के सह अध्यक्ष और ट्रस्टी बिल गेट्स  से मुलाकात की एवं राज्य के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य और विकास लक्ष्यों के समाधान तलाशने में निरंतर भागीदारी के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव का मुकाबला करने और पृथ्वी पर पारिस्थितिक संतुलन  बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा संचालित कार्यक्रम “जल-जीवन-हरियाली” के अंतर्विभागीय प्रयासों के बारे में उन्हें  बताया गया और राज्य की  इस अभिनव मुहिम से अवगत कराया गया ।

बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने अपनी स्टडी में पाया है कि बिहार में विभिन क्षेत्रों में प्रभावशाली ढंग से विकास हुआ है। अध्ययन में  पाया गया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता, दवाओं और उपकरणों की समुचित खरीदारी, वितरण और सुदृढ़ प्रशासनिक प्रबंधन के लिए गठित जन स्वास्थ्य प्रबंधन ढांचे का बड़ा योगदान है ।दवाओं और उपकरणों की खरीद और वितरण के लिए सरकार  पूर्णतः कार्यरत एकीकृत रेफेरल क्रय और वितरण प्रणाली अत्यंत प्रभावी ढंग से काम कर रही है। नवजात शिशु और माँ की बेहतर चिकित्सा और सुविधा को ध्यान में रखकर अमानत कार्यक्रम के माध्यम से नर्सों की गुणवत्ता बढ़ाने  के लिए उनकी ट्रेनिंग और उनकी संख्या बढ़ाने का निरंतर कार्य किया जा रहा है |अध्ययन में पाया गया कि  स्वास्थ्य के क्षेत्र में मानव संसाधन के विकास को प्राथमिकता देते हुए यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रशंसनीय कदम बिहार सरकार ने उठाया  है |

फाउंडेशन ने यह माना है कि बिहार में ग्रामीण स्तर तक छोटे -छोटे स्वयं सहायता समूहों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि  हुई है | वर्तमान में ऐसे स्वयं सहायता समूहों की संख्या करीब 9 लाख है जो कृषि ,पशुधन,बैंकिंग,व्यापार,उत्पादन,वितरण के क्षेत्र में राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं | सरकार जीविका के माध्यम से महिलाओं को भी इन समूहों से जोड़कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में और बेहतर सुविधाएं देने की कार्ययोजना पर काम कर रही है |

विमर्श का मुख्य मुद्दा बिहार में प्राथमिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सकारात्मक और गुणात्मक सुधार और विकास के लिए एक विस्तृत ,उत्तरदायी और लचीली  कार्य योजना तैयार करनी  रही  है | यहाँ योजना बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वार पूर्णतः वित्त पोषित होगी । साथ ही  संक्रामक बीमारियों जैसे कालाजार, फाइलेरिया  और टीबी  के उन्मूलन पर भी और तेजी से काम करने पर आपसी सहमति और प्रतिबद्धता जताई गयी। कृषि सुधार और पशुधन विकास के मास्टरप्लान में डिजिटल डैशबोर्ड और सपोर्ट सिस्टम पर भी विस्तार से चर्चा की गयी ।

आपसी मुलाकात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिल और मेलिंडा गेट्स द्वारा आपसी सहयोग से स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में किये गए रचनात्मक और ठोस कार्यों की सराहना की।बिल और मेलिंडा गेट्स के सह अध्यक्ष बिल गेट्स ने कहा कि देश में बहुत ही कम जगहों पर गरीबी और बीमारी के उन्मूलन में बिहार जितना प्रभावशाली काम हुआ है । आज बिहार में 20 साल पहले की तुलना में दोगुना से ज्यादा बच्चे पांच साल तक जीवित रह पाते हैं और यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अब हमें यह सुनिश्चित करना है कि सभी बच्चे स्वस्थ्य रहें और बेहतर शिक्षा ग्रहण कर सकें ।उन्होंने कहा कि हमारी संस्था बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन सरकार के साथ मिल कर यह लक्ष्य हासिल  करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर रुटीन इमोनाइजेशन पर आधारित एक स्मारिका का भी विमोचन हुआ। बिल गेट्स को मुख्यमंत्री ने अंग वस्त्र और  प्रतीक चिन्ह भेटकर सम्मानित किया ।

 


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