बिहार के 1.66 करोड़ बच्चे कैचअप कोर्स से करेंगे पढ़ाई
पटना, 09 अगस्त (हि.स.)।बिहार के 80 हजार प्राथमिक विद्यालयों एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कैचअप कोर्स से 1.66 करोड़ बच्चे पढ़ाई करेंगे। इस कोर्स से कोरोना काल में बाधित पढ़ाई की भरपाई की जा सकेगी। इसके साथ ही पढ़ाई में कमजोर बच्चों पर खास फोकस किया जाएगा। इसमें शिक्षकों से लेकर प्रधानाध्यापक तक की अहम जिम्मेदारी होगी। ऐसे बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं भी चलेंगी।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सोमवार को बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने बच्चों को कैचअप कोर्स कराने की योजना बनाई है। इस बाबत सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों तथा जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक आगामी बुधवार को होगी। इसके साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं संबंधित जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों द्वारा जिला स्तर पर छोटे समूह में ऑफलाइन बैठकें आयोजित की जाएंगी। 12 अगस्त को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों, प्रखंड साधनसेवियों एवं संकुल समन्वयकों की बैठक होगी। 13-14 अगस्त को माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानों की तथा 16-18 अगस्त को प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के प्रधानों की बैठक जिला स्तर पर होगी।
शिक्षा विभाग ने 75 प्रतिशत हाजिरी की अनिवार्यता को शिथिल कर बच्चों को पोशाक, साइकिल एवं छात्रवृत्ति समेत अन्य योजना मद की राशि शीघ्र जारी करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। पाठ्य-पुस्तकों के लिए डीबीटी के माध्यम से राशि भी मुहैया कराई जाएगी।
सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति रहे। इस बात को ध्यान में रखकर सभी स्कूलों में चेतना सत्र, बाल संसद व मीना मंच की व्यवस्था अनिवार्य की गई है। वर्ग तीन से पांच तक दक्षता के आधार पर समूह शिक्षण एवं समूह निर्माण की व्यवस्था की जा रही है। 16 अगस्त से प्रारंभिक विद्यालयों में पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों की पढ़ाई भी 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ शुरू होगी। इसलिए कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए बच्चों की नियमित उपस्थिति (एक दिन बीच कर) पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।