बिहार के अधिकांश जिले बाढ़ की जद में, गंगा भी उफान पर
पटना, 03 सितम्बर (हि.स.)। नेपाल में लगातार हो रही बारिश से एक बार फिर पटना समेत उत्तर बिहार के अधिकांश जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक पटना के दीघा घाट और गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। अगले 24 घंटे में जलस्तर और बढ़ने की संभावना है।
केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक पटना के दीघाघाट में गंगा नदी का जलस्तर 42.45 मीटर पर शुक्रवार शाम पांच बजे थी, जो खतरे के निशान 41.76 मीटर से करीब एक मीटर ऊपर है। गंगा के जलस्तर में शनिवार तक दो सेंटीमीटर और बढ़ने का पूर्वानुमान केंद्रीय जल आयोग ने लगाया है। पटना के ही हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से तीन सेंटीमीटर पर था, जो अगले 24 घंटे में पांच सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है। पटना में हर घाट पर गंगा का जल स्तर दो सेंटीमीटर बढ़ने की संभावना है।
मुंगेर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से आठ सेंटीमीटर नीचे था, लेकिन 24 घंटे में जलस्तर में सात सेंटीमीटर वृद्धि होने की सम्भावना है। भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर नीचे था, 24 घंटे में जलस्तर में सात सेंटीमीटर वृद्धि की सम्भावना है। भागलपुर के कहलगांव में गंगा जलस्तर खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर ऊपर था। इसमें 24 घंटे में 18 सेंटीमीटर वृद्धि की सम्भावना है। पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीची थी। इसमें अगले 24 घंटे में 47 सेंटीमीटर कमी की संभावना है। पटना के मनेर में सोन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से सेंटीमीटर वृद्धि की सम्भावना है।
सिवान के दरौली में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 38 सेंटीमीटर ऊपर था और 24 घंटे में 10 सेंटीमीटर और बढ़ सकता है। मुजफ्फरपुर के रेवाघाट में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर ऊपर था, 24 घंटे में इसके जलस्तर में आठ सेंटीमीटर वृद्धि की सम्भावना है। वैशाली के हाजीपुर में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 82 सेंटीमीटर नीचे था, इसके जलस्तर में अगले 24 घंटे में पांच सेंटीमीटर की वृद्धि की सम्भावना है।
उत्तर बिहार की अधिकांश नदियां खतरे के निशान से ऊपर
उत्तर बिहार के पूर्वी चम्पारण के अहिरवलिया में बुढ़ी गंडक 58.9 मीटर पर बह रही है, जो चेतावनी बिन्दु 58.62 मीटर से ऊपर है। इसी तरह सुपौल के बौसा में गंगा–कोसी चेतावनी बिन्दु को पार कर गई है। खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में बागमती, भागलपुर में गंगा, चेतिया मोतिहरी में गंडक, दरौली सिवान में गंगा, ढ़ेंग घाट सीतामढ़ी बागमती, दीघा घाट पटना, डुमरिया घाट गंडक, गाधी घाट पटना, हाजीपुर में गंगा-गंडक, हथीदह में गंगा, हयाघाट में बागमती,जयनगर में कमला, झंझारपुर में कमलाबलान, झहवा गंगा-महानंदा, कहलगांव में गंगा कमतौल में अधवारा समूह, कुरसेला में गंगा-कोसी, ललबगिया घाट में गंडक, मुंगेर में गंगा, रेवाघाट गंगा और गंडक, रोसड़ा में बुढ़ी गंडक, रुनी सैदपुर में बागमती,समस्तीपुर में गंगा-बुढ़ी गंडक, सिकंदपुर घाट मुजफ्फरपुर में बुढ़ी गंडक खतरे के निशान को पार कर गई है।