पटना, 03 फरवरी (हि.स)। पटना पुलिस ने इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश सिंह के हत्यारे को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।वरिष्ठ आरक्षी अधीक्षक (एसएसपी) उपेन्द्र शर्मा ने दावा किया है कि रोडरेज के कारण रूपेश की हत्या हुई। गिरफ्तार रितूराज ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। एसएसपी उपेन्द्र शर्मा ने आज यहां प्रेसवार्ता में पूरी जांच प्रक्रिया का सिलसिलेवार विवरण देते हुए कहा कि मुख्य आरोपी ऋतराज को उसके आर.के.नगर स्थित घर के बाहर से गिरफ्तार किया है।आरोपी के पास से हेलमेट, घटना के वक्त बाइक पर लगी नंबर प्लेट, घटना के वक्त पहनी हुई ब्लैक जैकेट, जूता, घड़ी, जूता और 13 जनवरी के दिन के पटना के सभी प्रमुख अखबार पुलिस ने बरामद किए हैं। लेकिन, पुलिस की थ्योरी और गिरफ्तार ऋतराज के बयान आपस में कई जगह मेल नहीं खाये। इसपर सवाल करने पर एसएसपी कई बार संवाददाता सम्मेलन में नाराज भी हुए।
आरोपी ने पुलिस को बताया है कि नवम्बर 2020 में 29 तारीख के आसपास रोडरेज की घटना हुई थी। उस दिन एयरपोर्ट के रास्ते में एक मोड़ पर रूपेश की गाड़ी से इसका एक्सीडेंट होते-होते बचा था। एक्सीडेंट के बाद रूपेश और आरोपी के बीच में विवाद हुआ था। आरोपी का कहना है कि उस दिन रूपेश ने उसे पीट दिया था। आरोपी के पास चोरी की बाइक थी इसलिए वह चुपचाप वहां से चला गया। लेकिन इसके बाद उसने रूपेश की गाड़ी के पीछे अपनी बाइक लगा ली। उसने एयरपोर्ट तक उसका पीछा किया और उनकी गाड़ी का नंबर 9090 को याद कर लिया। आरोपी ने बताया कि घटना के तीन-चार दिन बाद फिर उसने रूपेश की गाड़ी देखी। वह तुरंत गाड़ी के पीछे लग गया और उस स्थान तक गया जहां तक गाड़ी गई। उसके बाद कई दिनों तक ऋतुराज ने रूपेश की रेकी की। रूपेश के डेली रूटीन के बारे में पूरी तरह जानकारी हासिल कर लेने के बाद ऋतुराज ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर उनकी हत्या की प्लानिंग की।
पुलिस के अनुसार ऋतुराज ने रूपेश को तीन बार और मारने का प्रयास किया था। पहली बार पुनाईचक चौक, दूसरी बार घर के पास टर्निंग पर, इसके बाद एक दिन गाड़ी घर में खड़ी थी तब, लेकिन पुलिस रहने की वजह से हत्या को अंजाम नहीं दे सका। अंत में 12 जनवरी को उन्होंने रूपेश पर उस वक्त गोलियां बरसाई जब वह पटना एयरपोर्ट से पुनाईचक इलाके में स्थित अपने कुसुम विला अपार्टमेंट पहुंचे थे। एसयूवी चला रहे रूपेश को जरा भी भनक नहीं थी कि हमलावर उनके पीछे आ रहे हैं। वह अपने अपार्टमेंट के गेट पर रुके थे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
घटना के अगले दिन रांची भाग गया था
पुलिस के मुताबिक ऋतुराज को जानकारी नहीं थी कि रूपेश इंडिगो के स्टेशन मैनेजर हैं। उनकी हत्या के बाद मीडिया में आई रिपेार्ट्स देखकर उसे इसका पता चला। तब उसे इस बात का एहसास भी हुआ कि उसके हाथों एक ऐसे व्यक्ति का कत्ल हो गया है जिससे प्रदेश में हलचल मच गई है। रूपेश की हत्या के बाद बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर उठते सवालों और मीडिया में छप रही खबरों से उसे इसके हाईप्रोफाइल केस होने का अंदाजा हुआ इसीलिए घटना के अगले ही दिन वह रांची भाग गया। रांची जाने के बाद वह लगातार रूपेश हत्याकांड से जुड़ी खबरों पर नज़र बनाए हुए था। जब उसे लगा कि घटना की तहकीकात ठेके-पट्टे और टेम्पो स्टैंड पर हुए विवाद जैसी बातों के आधार पर चल रही है तो उसे आत्मविश्वास हो गया कि वह पकड़ा नहीं जाएगा। इसके बाद वह पटना लौट आया।
पहली बार गोली चलाई
पुलिस के मुताबिक ऋतुराज के परिवार का ईंट-भट्ठा है। घर में कोई आर्थिक समस्या नहीं है। लेकिन ऋतुराज बाइक चोरी जैसी घटनाओं में लिप्त हो गया। वह अक्सर अपने साथ एक हथियार भी रखता था लेकिन रूपेश की हत्या उसके हाथ से हुई पहली हत्या है। इसके पहले उसने कभी हत्या नहीं की थी।रूपेश मर्डर केस में बतौर मुख्य आरोपी पकड़ा गया ऋतुराज पढ़ा लिखा है। उसने जयपुर से भूगोल में बीए आनर्स किया है। वह वहां एक बैंक में नौकरी भी कर चुका है। दिल्ली में काल सेंटर में भी नौकरी की थी। 2016 में वह अपने घर लौट आया था। पुलिस के मुताबिक पिछले एक-डेढ़ साल से वह बाइक चोरी की घटनाओं में लिप्त था। वह अक्सर अपने साथ एक हथियार भी रखता था।रूपेश हत्या में शामिल ऋतुराज के तीन अन्य साथी अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए निरंतर छापेमारी कर रही है।
पुलिस और ऋतराज के बयान में विरोधाभाष
रूपेश सिंह हत्या मामले में पटना पुलिस और ऋतुराज के बयान कई जगह विरोधाभाष रहे। पटना पुलिस ने पत्रकारों से कहा कि रूपेश ने ऋतराज की मोटर साइकिल में टक्कर मार दी थी। ऋतराज एसएसपी के सामने इस बयान से मुकर गया। उसने कहा कि उसकी मोटर साइकिल की किसी से टक्कर नहीं हुई है। रूपेश ने उसकी पिटाई कर दी थी, इससे ही नाराज होकर हमने उसकी हत्या कर दी। पुलिस का कहना था कि ऋतराज काफी दिनों से पिस्टल रखता था, इस बात को ऋतराज ने खारिज करते हुए कहा कि नहीं कुछ दिन पहले हमने खरीदा था। कितनी गोली चलाए जाने के सवाल पर ऋतराज भड़क गया और उसने कहा कि सर (एसएसपी) ने जो कुछ कहा वह सब सही है। हमने ही रूपेश की हत्या किया है।
पुलिस के दावे को रूपेश के भाई ने नकारा
पुलिस के दावे को रूपेश के भाई नंदेश्वर ने नकारते हुए कहा कि मेरा भाई आज तक किसी पर हाथ नहीं चलाया है। फिर हल्की टक्कर पर वह कैसे किसी की पिटाई कर सकता है। उन्होंने साफ कहा कि पुलिस चाहे जो कुछ कहे हमें पुलिस के बयान पर विश्वास नहीं हो रहा है।
100 किलोमीटर पैदल चलकर बाइक चोर गिरफ्तार
पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि रूपेश के हत्यारे को गिरफ्तार करने के लिए 100 किलोमीटर करीब पैदल चली। 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ हुई, 4000 से ज्यादा सीडीआर खंगाले गए और छह हजार से ज्यादा वीडियो फुटेज भी देखे गए फिर पुलिस अपराधी तक पहुंची।