पटना, 09 मई (हि.स.) । एक तरफ बिहार में कोरोना का संक्रमण रोज बढ़ता जा रहा है, तो दूसरी तरफ राहत की खबर यह है कि यहाँ काफी तेजी से संक्रमित लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं। स्वास्थ विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक राज्य में अब तक 318 मरीजों ने कोरोना को हराकर अपनी जिंदगी की नई शुरूआत की है जिससे लोगों के चेहरों पर ख़ुशी के भाव दिख रहे हैं। बिहार के मरीज अन्य राज्यों की तुलना में कोरोना से लड़ने में ज्यादा सक्षम हैं और यहां कोरोना पर जीत हासिल करने वालों का आंकड़ा 54.35 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यह देश के किसी भी राज्य का सर्वाधिक है।
बिहार में हर दूसरा मरीज हो रहा स्वस्थ
स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक 318 कोरोना मरीज स्वस्थ हो गए हैं। इस आंकड़ें का विश्लेषण करने पर पाया गया कि राज्य में 54.35 प्रतिशत लोग कोरोना से ठीक हो गए हैं। इससे स्पष्ट है कि बिहार में कोरोना से संक्रमित हर दूसरा मरीज स्वस्थ हो रहा है। जबकि देश में हालत काफी अच्छे नहीं हैं। भारत में स्वस्थ होने वाले मरीजों प्रतिशत 29.91 हैं। यानी कि राष्ट्रीय स्तर पर हर एक तीसरा कोरोना मरीज ठीक हो रहा है। भारत में अब तक 17846 लोग ठीक हो चुके हैं। जिसमें पिछले 24 घंटे के अंदर 2607 मरीज स्वस्थ हुए हैं।
इस महीने बिहार में हुई है तीन मौत
कोरोना संक्रमण को लेकर मौत के मामले में बिहार का आंकड़ा इस महीने ठीक नहीं रहा है। मई महीने के पहले ही हफ्ते में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मोतिहारी, सीतामढ़ी और सासाराम के रहने वाले तीन मरीजों ने इसी महीने दम तोड़ दिया है। जबकि इससे पहले मार्च में एक और अप्रैल में एक-एक मरीज की यहां मौत हो चुकी है। जिससे राज्य में मरने वालों का आंकड़ा पांच हो गया है। जो बिहार में अबतक के पॉजिटिव केस का 0.84 प्रतिशत है। भारत में पिछले 24 घंटे के अंदर 95 लोगों की जान गई है। जिसके कारण मरने वालों का आंकड़ा 1981 हो गया है। यह कुल मरीजों की तुलना में 3.32 प्रतिशत है।
बिहार में एक्टिव हैं 45 केस
बिहार में अब तक 585 मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें से 318 मरीज स्वस्थ हो गए हैं। जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। लिहाजा अभी भी बिहार में 266 केस एक्टिव हैं। इस हिसाब से बिहार में अभी भी 45.33 प्रतिशत केस एक्टिव हैं। भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 59,662 केस सामने आ चुके हैं। जिसमें 39,834 एक्टिव केस शामिल हैं। यानी कि भारत में अभी भी 66.76 प्रतिशत केस एक्टिव हैं।