बिहारः स्वास्थय विभाग की नाकामी, मां की गोद में बच्चे ने तोड़ा दम
जहानाबाद 11 अप्रैल (हि स)। देशव्यापी लॉकडाउन के बीच एक तीन साल के बच्चे की दुःखद स्थित में हुई मौत ने एक बार फिर बिहार के स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिये है। जहानाबाद सदर हॉस्पिटल से एंबुलेंस न मिलने के कारण एक मासूम बच्चे की मौत हो गई। गोद में बच्चा लिए बिलखती मां का वीडियों वायरल होने के बाद जहानाबाद के डीएम नवीन कुमार ने अस्पताल के हेल्थ मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही दो डॉक्टरों एवं 4 नर्सों पर कड़ी कार्रवाई के लिए विभाग से अनुशंसा की है। वहीं एंबुलेंस के सुपरवाइजर को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
शाहपुर गॉव के एक गरीब परिवार के एक तीन साल के बच्चे की तबीयत अचानक खराब हो गई। बच्चे के मां-बाप किसी तरह टैंम्पो का जुगाड़ करके उसे जहानाबाद जहानाबाद सदर हॉस्पिटल ले आए। पर डॉक्टरों ने उसे एडमिट करने की बजाय गंभीर बताकर पटना रेफर कर दिया। लेकिन पटना ले जाने के लिए डाक्टरों ने उसे कोई एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया। न ही उसकी गंभीर स्थिति को देख कोई प्राथमिक उपचार ही दिया, न ऑक्सीजन ही उपलब्ध कराई।
इस पूरे समय बच्चे को गोद मे लिये मां अस्पताल मे रोती बिलखती और मदद के लिये गुहार लगाती रही, लेकिन कोई मदद के लिये आगे नहीं आया। इस बीच बच्चे ने दम तोड़ दिया।
समाचार चैनलों पर एक मां का करुण क्रंदन दिखाये जाने तक जहानाबाद के जिलाधिकारी को इस पूरे घटनाक्रम की कोई जानकारी ही नहीं थी। मामला संज्ञान में आते ही उन्होंने कुछ देर पहले ही कार्रवाई करते हुए हॉस्पिटल के हेल्थ मैनेजर को सस्पेंड कर दिया साथ ही दो डॉक्टरों एवं 4 नर्सों पर कड़ी कार्रवाई के लिए विभाग से अनुशंसा की है।