नई दिल्ली, 14 फरवरी (हि.स.) । परीक्षा प्रणाली में अनेकों प्रयोग कर शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल कायम करने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बीएसईबी ने हाल ही में राजधानी दिल्ली में अपना क्षेत्रीय कार्यालय खोला है। समिति के इस कदम से दिल्ली-एनसीआर में पढ़ाई एवं नौकरी करने वाले बिहार के लाखों युवाओं को लाभ मिलेगा। नई दिल्ली के विकासपुरी क्षेत्र में स्थापित इस क्षेत्रीय कार्यालय का उद्घाटन गुरुवार देर शाम को बीएसईबी के चेयरमैन आनंद किशोर ने किया।
आनंद किशोर ने कहा कि प्रत्येक वर्ष बिहार से लाखों विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली-एनसीआर आते हैं। यहां के कॉलेज में प्रवेश पाने के दौरान शैक्षणिक कागज़ों में चूक या किन्हीं कारणों से कागज़ों के खो जाने से उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। बिहार जाकर कागज़ों में सुधार करवाने या डुप्लीकेट कागज निकलवाने की प्रक्रिया में वक़्त लगने से कई बार वे अच्छे कॉलेजों में प्रवेश पाने से वंचित रह जाते हैं। कमोबेश यही स्थिति यहां नौकरी करने वालों के साथ भी बन जाती है। ऐसे में यह क्षेत्रीय कार्यालय उनके लिए काफी मददगार साबित होगा। बिहार के विद्यार्थियों को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इस कदम का लाभ समिति से उत्तीर्ण होकर प्रतिवर्ष उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए दिल्ली-एनसीआर (फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद) का रुख करने वाले वाले लाखों विद्यार्थियों उठा सकेंगे। उन्हें माइग्रेशन, डुप्लीकेट मार्कशीट, डुप्लीकेट सर्टिफ़िकेट, सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन और कागज़ों में छोटे-बड़े बदलाव की सुविधा भी क्षेत्रीय कार्यालय में मिलेगी। यही नहीं, दिल्ली-एनसीआर में नौकरी करने वाले लाखों लोगों को भी उपर्युक्त कार्यों के लिए अब बिहार नहीं जाना पड़ेगा।
शैक्षणिक संस्थानों से बेहतर समन्वय स्थापित करने में मिलेगी मदद
राजधानी में क्षेत्रीय कार्यालय खुलने से दिल्ली स्थित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों जैसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के साथ समिति को बेहतर समन्वय स्थापित करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी में बिहार बोर्ड के विद्यार्थियों के कागजातों को संधारित करने के संबंध में समन्वय का कार्य भी यह क्षेत्रीय कार्यालय करेगा। इस क्षेत्रीय कार्यालय में लगे कम्प्यूटर के माध्यम से बिहार बोर्ड के सर्वर एवं इंटीग्रेटेड डाटाबेस को जोड़ा जायेगा, ताकि विद्यार्थियों के सभी उपरोक्त कार्य नई दिल्ली से ही संपादित किया जा सकें।