पटना, 19 दिसम्बर (हि.स.)। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ वामदलों के बिहार बंद का असर दिखना शुरू हो गया है। जहां पटना के राजेन्द्र नगर टर्मिनल के बाहर बंद समर्थकों ने एंबुलेंस में तोड़फोड़ की वहीं जाप कार्यकताओ ने बक्सर स्टेशन पर ट्रेन रोक कर प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शनकारियों ने फरक्का एक्सप्रेस को घंटों रोके रखा। खगड़िया, जहानाबाद, आरा में ट्रेनें रोकीं तो वैशाली में बंद समर्थक सड़कों पर उतर कर बंद को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ वाम दलों के इस बिहार बंद काे वाम दलों तथा कई विपक्षी पार्टियों का समर्थन है। इसमें सबसे ज्यादा पटना में जाप के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क पर उतरे हैं। बंद करवाने के लिए हाजीपुर में तो जाप के कार्यकर्ता साड़ी पहनकर गांधी सेतु पर ही डीजे की धुन पर नाचते हुए नजर आ रहे हैं। इसकी वजह से सैकड़ों गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई है और भयंकर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
हलांकि बिहार बंद के दौरान पटना समेत सूबे के हर इलाके की सड़कों पर बंद का असर दिख रहा है। किसी तरह की कोई अप्रिय घटना बच्चों के साथ न हो, इसको देखते हुए पटना के लगभग सभी स्कूल आज बंद किये गए हैं। हाल ही में दिल्ली में बच्चों की एक स्कूल बस पर पत्थर फेंकने से सहमे यहां के स्कूलों के प्रबंधन ने ऐसा कदम उठाया है।
विपक्षी दलों के बिहार बंद को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद है। पटना एसपी ने तो सभी थानेदारों को यहां तक आदेश दिया है कि हुड़दंग करने वालों के खिलाफ टाइट एक्शन लिया जाए। सूत्रों की मानें तो बिहार बंद का असर जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा बढ़ता ही जाएगा। तीन दिन पहले असंगठित विरोधियों ने अशोक राजपथ पर अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए भारी क्षति पहुंचाई थी। उस समय गांधी मैदान थाने को भी अपना निशाना बनाया था। इसी के मद्देनजर कहीं किसी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए बड़ी संख्यम में पुलिस बल तैनात है।