पटना, 27 नवम्बर (हि.स.)। बिहार विधानसभा की कार्यवाही बुधवार को 8 मिनट के अंदर स्थगित कर दी गई। हंगामा, नाराबाजी और वेल में आकर विपक्षी सदस्यों ने इतना शोर गुल किया कि सदन की कार्यवाही नहीं चल पायी। अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने प्रश्न काल चलाने की कोशिश की लेकिन विफल रहे। राजद की ओर से विधि व्यवस्था पर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया गाया जिस पर आसन ने विचार नहीं किया। हंगामे के बीच ही राजद के ललित यादव ने प्रस्ताव पढ़ने का प्रयास किया लेकिन कोई कुछ सुन नहीं पाया।
सदन के बाहर राजद के भोला यादव ने कहा कि विपक्ष अहम मामलों पर कार्य स्थगन ला रहा है लेकिन सरकार जानबूझकर उस पर ध्यान नहीं दे रही है। केवल कोरम पूरा करके सदन स्थगित कर दिया जाता है। कांग्रेस के अवधेश नारायण सिंह का आरोप था कि विधि- व्यवस्था की हालत दयनीय हो चुकी है। अपराध में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। दिन दहाड़े हत्या, लूट और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं लेकिन सरकार उदासीन बैठी है।
सदन के बाहर शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने पूर्व केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के आमरण अनशन पर कहा कि उसका कोई तुक नहीं है। चुनाव हारने के बाद अभी उनके पास कोई काम नहीं रह गया है इसलिए अनशन पर बैठ गये हैं लेकिन शिक्षा पर वह जो बात उठा रहे हैं वह सही नहीं है।