बिहार: बाढ़ से 16 जिलों की 33 लाख आबादी प्रभावित
पटना, 18 अगस्त (हि.स.)। बिहार के 16 जिले बाढ़ से बेहद प्रभावित हैं। इन जिलों की करीब 33 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। हालांकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार हवाई सर्वेक्षण के जरिए बाढ़ के हालात पर नजर रख रहे हैं। साथ ही बाढ़ राहत शिविरों में भ्रमण कर वहां मिल रही सुविधाओं का भी निरीक्षण कर रहे हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राज्य के 16 जिलों के करीब 33 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। अब तक 16 लोगों की मौत होने की पुष्टि भी हुई है। इन मृतकों को भी अनुग्रह सहायता अनुदान के तहत चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे। जल संसाधन विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, पटना, वैशाली, मुंगेर, भोजपुर, लखीसराय, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, पूर्णिया और समस्तीपुर के 96 प्रखंडों की कुल 670 पंचायत आंशिक और पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित हैं। पटना जिले में धीरी-धीरे गंगा का उफान कम होने लगा है। हर जगह बाढ़ का पानी लगातार घटना शुरू हो गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, राहत और बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 14 और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 12 टीमों को लगाया गया है। बाढ़ के कारण राज्य की कुल 4,321 सड़कें प्रभावित हुई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्यकीय राजमार्ग या ग्रामीण सड़कें, सब पर पानी चढ़ गया है। प्रभावित सड़कों में 26 जिले की 276 शहरी सड़कें हैं। इसमें करीब 18 राष्ट्रीय राजमार्ग भी हैं। बाढ़ से प्रभावित होने वाली ग्रामीण सड़कों की संख्या 4045 है। प्रभावित सड़कों में से कई पर आवागमन बाधित हो चुका है।
पथ निर्माण के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि सड़कों से पानी उतरने के बाद क्षति का आकलन करने के साथ उसकी मरम्मत भी की जा रही है। विभाग की कोशिश है कि जैसे ही पानी का बहाव कम हो, उस सड़क पर आवागमन चालू कर दिया जाए। इस दिशा में एजेंसी और विभागीय अधिकारी दिन-रात लगे हैं। अनुमानत: 200 करोड़ रुपये से अधिक इनको ठीक करने पर खर्च करना होगा।
राज्य के इन राष्ट्रीय राजमार्ग पर चढ़ा पानी
विभागीय अधिकारियों के अनुसार एनएच-19 पर छपरा में पानी सड़क पर आ चुका है, जबकि एनएच 28 ए में चैलाहा-बेलानहर तो एनएच-104 पर सीतामढ़ी में पानी सड़क के ऊपर आ चुका है। एनएच 237 ई पर अररिया में, भारत-नेपाल सीमा सड़क पर किशनगंज में, एनएच 131 ए पर पूर्णिया में, एनएच-31 पर पसराहा में, एनएच-80 पर भागलपुर में पानी सड़क के ऊपर आ चुका है।
इसी तरह एनएच 333ए पर भागलपुर में, एनएच 334 पर लखीसराय में, एनएच 80 पर लखीसराय में, एनएच-30 पर आरा में, जीटी रोड पर गया में, एनएच-31 पर नवादा तो एनएच-83 पर जहानाबाद में पानी सड़क के ऊपर आ चुका है। एनएच के अलावा स्टेट हाईवे और बड़ी संख्या में जिलों की महत्वपूर्ण सड़कों पर बाढ़ का पानी आ चुका है।