कोलकाता, 17 अप्रैल (हि.स.)। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान भी छिटपुट हिंसा के साथ शनिवार को संपन्न हो गया है। राज्य की छह जिलों की 45 सीटों पर सुबह 7.00 बजे से वोटिंग की शुरुआत हुई थी, जो शाम 6.30 बजे समाप्त हुई। शाम 5.00 बजे तक करीब 80 फैसले मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। मतदान का आखिरी आंकड़ा आने में रविवार शाम तक का वक्त लग सकता है।
आज 319 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। अधिकतर मतदान केंद्रों से ईवीएम को निकालकर सेंट्रल फोर्स की निगरानी में स्ट्रांग रूम में पहुंचा दिया गया है जहां कड़ी सुरक्षा के बीच इसे रखा जा रहा है। दो मई को मतगणना होगी। शनिवार को उत्तरी 24 परगना के 16, पूर्ब बर्दवान एवं नादिया के आठ-आठ, जलपाईगुड़ी के सात, दार्जिलिंग के पांच और कलिम्पोंग जिले की एक विधानसभा क्षेत्र में मतदान हुआ। सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की 853 कंपनियां तैनात की गई थीं लेकिन छिटपुट हिंसा की घटना दिन भर घटती रहीं। हालांकि कोई बड़ी वारदात नहीं हुई है। उत्तर 24 परगना के कमरहटी में एक मतदान केंद्र के अंदर भारतीय जनता पार्टी के पोलिंग एजेंट की मौत हो गई। आरोप लगा है कि चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उसे अस्पताल पहुंचाने में मदद नहीं की जिसके कारण देरी हुई और उसकी जान गई है।
पश्चिम बंगाल में बाकी चरणों की तरह पांचवें चरण के मतदान में भी बंपर वोटिंग हुई है। यहां शाम 05.00 बजे तक करीब 80 फीसदी हुई. शाम पांच बजे तक पूरे राज्य में 78.36 फीसदी मतदान हुआ। सबसे अधिक वोटिंग जलपाईगुड़ी में हुई है। यहां 81.71 फीसदी लोग मतदान कर चुके हैं। इसके अलावा नदिया में भी 81.50 फीसदी वोटिंग कर चुके हैं। पूर्व बर्दवान में 81.67 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल शाम पांच बजे तक किया है जबकि उत्तर 24 परगना में 75.14 फ़ीसदी, कलिमपोंग में 69.56 फीसदी और दार्जिलिंग में 74.60 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। मतदान के दौरान नदिया जिले के कल्याणी के गयासपुर विधानसभा क्षेत्र में दिन भर भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले होते रहे। भाजपा के कार्यकर्ताओं को लक्ष्यकर बमबारी हुई। इसमें भाजपा के दो कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसके अलावा कल्याणी में मतदान में बाधा देने पर नाराज मतदाताओं ने वोटर कार्ड लेकर सड़क जाम किया। मीनाखां के 32 नंबर बूथ पर मतदान से रोकने का आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर लगा। आरोप है कि मतदान केंद्र पर सेंट्रल फोर्स की तैनाती नहीं थी। इसी तरह से पूर्व बर्दवान के मंतेश्वर में मतदान केंद्र संख्या 240 और 241 पर तृणमूल एजेंट को मारकर बाहर निकालने का भाजपा पर आरेाप लगा। शांतिपुर के हरिपुर इलाके में भारतीय जनता पार्टी के एजेंट को पीटा गया है। बर्दवान उत्तर के सराईटिकर में भाजपा एजेंट को चार लोगों ने मिलकर मारा पीटा है जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई है। साल्टलेक के शांतिनगर में भाजपा व तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक टकराव हुए।
चकदा से निर्दलीय उम्मीदवार को देसी बंदूक रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के संरक्षित अपराधियों ने बंदूक उन पर फेंका था जिसे जमा करनने के लिए वह पुलिस के पास ले जा रहे थे। कमरहटी में भाजपा उम्मीदवार राजू बनर्जी पर हमला हुआ। उन्होंने आरोप लगाया है कि उन पर बम से हमले किए गए। यहां से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मदन मित्रा की तबीयत देर शाम को अचानक बिगड़ गई जिन्हें ऑक्सीजन चढ़ाने की जरूरत पड़ी है। कुल मिलाकर कहें तो पांचवें चरण का मतदान भी शांतिपूर्वक तरीके से नहीं हो सका।