कोलकाता, 12 जनवरी (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के ऐतिहासिक बेलूर मठ में रात बिताने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह कहा कि वे यहां प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि घर के बच्चे की तरह आये हैं।
बेलूर मठ के इंटरनेशनल गेस्ट हाउस के यात्री निवास में उन्होंने रात गुजारी। सुबह 8:00 बजे लान में निकले और मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की। शनिवार को कोलकाता में दो कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद रात 8:30 बजे के करीब प्रधानमंत्री मठ में आ गए थे। प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से पूरे बेलूर मठ परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। हावड़ा पुलिस कमिश्नरेट और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के जवानों ने अंदर से लेकर बाहर तक सुरक्षा घेरा बना कर रखा है। रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मठ के सन्यासियों से कुछ देर तक बातचीत की, आशीर्वाद लिया और आध्यात्मिक चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि बेलूर मठ के दिवंगत महाराज स्वामी आत्मस्थानानंद पीएम नरेंद्र मोदी के गुरु थे। इसी मठ में दीक्षा लेने के बाद मोदी संन्यासी बनना चाहते थे लेकिन उनके गुरु ने उन्हें जन सेवा के कार्यों में लगने का आदेश दिया था।