पटना, 24 जनवरी (हि.स)। मसौढ़ी के प्रखंड कृषि पदाधिकारी अजय कुमार का रविवार को गौरीचक थाना के साहेब नगर में मोरहर नदी के किनारे मिला है। पिछले 18 जनवरी से वे गायब थे। शव बरामद होने की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस के साथ पटना के वरीय पुलिस पदाधिकारी वहां पहुंचे। शव को पटना के कंकड़बाग थाना लाया गया है. अजय कुमार कंकड़बाग के ही रहने वाले थे। पिछले सोमवार को वे पटना से अपने कार्यालय जाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन वे न तो मसौढ़ी प्रखंड कृषि कार्यालय पहुंचे, न ही शाम तक लौट कर वापस पटना आए। सोमवार शाम से मंगलवार सुबह तक उनके परिजन मोबाइल पर कॉल करते रहे लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया। 19 जनवरी की सुबह 9 बजे के बाद से उनका मोबाइल भी ऑफ हो गया था।
अजय कुमार का पूरा परिवार कंकड़बाग थाना क्षेत्र के दक्षिणी चांदमारी रोड स्थित बुद्धनगर, रोड नंबर-2 स्थित मकान में सेकेंड फ्लोर पर रहता है। बेटी स्नेहलता बेंगलुरु में पढ़ाई करती है, लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद से यहीं है। बेटा अभिषेक बी.टेक कर चुका है। परिवार मूल रूप से बड़हिया का रहने वाला है। परिवारवालों को गोलू नाम के शख्स पर शक है। गोलू पटना के ही गौरीचक के लखना के रहने वाले खाद्य डीलर का बेटा है। उसका अजय कुमार के घर आना-जाना था। 18 जनवरी को भी अजय कुमार को गोलू अपनी कार में बैठाकर ले गया। इसके बाद उसी दिन उनकी हत्या कर दी। पुलिस को शक न हो, इसलिए अपनी कार का एक्सीडेंट करवाया। पट्टी लगवा कर खुद घायल बन गया। एक्सीडेंट की कहानी रच डाली। अब वह पुलिस के कब्जे में है। कृषि पदाधिकारी से वह काफी रुपया ठग चुका है।
इस मामले में कंकड़बाग थाने में अपहरण का केस दर्ज किया गया था, लेकिन इस केस की जांच मसौढ़ी थाने की पुलिस भी कर रही थी। पुलिस के अनुसार 18 जनवरी को अजय कुमार के मोबाइल का टावर लोकेशन खंगाला गया तो सुबह 8 बजकर 52 मिनट पर आखिरी लोकेशन मसौढ़ी ही मिला। इसका मतलब साफ है कि सुबह 7 बजे घर से निकलने के बाद वो अपनी ड्यूटी के लिए मसौढ़ी गए थे। बाद में न तो वो वापस लौटे और न ही किसी का कॉल रिसीव किया। इस कारण अपहरण की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही थी।