नई दिल्ली, 28 दिसम्बर (हि.स.)। वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही यानी मार्च से सितम्बर माह के बीच 1.13 लाख करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले सामने आये हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक की फाइनैंशल स्टैबिलिटी रिपोर्ट में दिये गए आंकड़ों के मुताबिक बैंकिंग फ्रॉड के 4,412 मामले में 1.13 लाख करोड़ रुपये का चूना बैंकों को लगा है। पिछले वित्त वर्ष में बैंकों ने 71,543 करोड़ रुपये के 6,801 मामलों की सूचना दी थी।
वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में प्रकाश में आए धोखाधड़ी में से वैल्यू के लिहाज से 97.3 प्रतिशत फ्रॉड पिछले वित्त वर्षों में हुए थे। वहीं, इस अवधि में 50 करोड़ रुपये से अधिक राशि के 398 मामले रिकॉर्ड किए गए। इसकी कुल वैल्यू 1.05 लाख करोड़ रुपये है। रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में कुल फ्रॉड में 90 प्रतिशत और 2019-20 की पहली छमाही में 97 प्रतिशत मामले लोन से जुड़े हैं।