नई दिल्ली, 08 सितम्बर (हि.स.)। सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों ने अपने ग्राहकों को खुशखबरी दी है। दोनों ही बैंकों ने कर्ज के लिए धन की सीमांत लागत आधारित मानक दरों (एमसीएलआर) में 0.10 फीसदी तक की कटौती की है। एमसीएलआर में कटौती से अब इन बैंकों के ग्राहकों को कर्ज कम ब्याज दर पर मिल सकेगा। इस कटौती के बाद इन बैंकों से होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन लेना सस्ता हो जाएगा। इसके अलावा लोन की ईएमआई भी कम हो जाएगी।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की विज्ञप्ति के मुताबिक उसने एक साल और 6 माह के कर्ज पर एमसीएलआर क्रमश: 7.40 फीसदी से घटाकर 7.30 फीसदी और 7.30 फीसदी से 7.25 फीसदी कर दी हैं। बैंक की नई दरें सोमवार से लागू हो गई है। इसके अलावा बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एक दिन, एक माह और तीन माह के कर्ज के लिए एमसीएलआर संशोधित कर क्रमश: 6.80 फीसदी, 7 फीसदी और 7.20 फीसदी किया है।
इंडियन ओवरसीज बैंक ने मंगलवार को शेयर बाजार को बताया कि उसने सभी अवधि के कर्जों के लिए एमसीएलआर 0.10 फीसदी तक घटा दी है। बैंक की एक साल के कर्ज की एमसीएलआर 7.65 से घटकर 7.55 फीसदी की गई है। इसके साथ ही तीन माह और 6 माह की एमसीएलआर घटकर क्रमश: 7.45 फीसदी और 7.55 फीसदी की गई है। बैंक की नई दरें 10 सितम्बर से प्रभावी होंगी।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के लगातार रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कटौती की वजह से सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों पर दबाव है कि वो अपने कर्ज की दरें घटाएं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस वक्त कर्ज लेने के लिए आगे आएं और अर्थव्यवस्था में पैसे का प्रवाह बना रहे।