बांग्लादेश की जातीय पार्टी के महासचिव के निधन पर तीन दिन का शोक
ढाका, 04 अक्टूबर (हि.स.)। जातीय पार्टी (जेपीए) ने बांग्लादेश जातीय पार्टी के महासचिव जियाउद्दीन अहमद उर्फ बबलू के निधन पर तीन दिनों के शोक की घोषणा की है। बांग्लादेश की जातीय पार्टी के महासचिव व पूर्व मंत्री जियाउद्दीन अहमद का शनिवार सुबह ढाका के श्यामोली के बांग्लादेश स्पेशलाइज्ड अस्पताल में निधन हो गया था। 66 वर्षीय बबलू को शनिवार रात करीब 10:30 बजे जातीय पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में श्रद्धांजलि देने के बाद मीरपुर के शहीद बुद्धिजीबी कब्रिस्तान में दफनाया गया।
जियाउद्दीन को पिछले महीने कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने के बाद उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया था।
वर्ष 1954 में चटगांव में जन्मे बबलू दूसरी बार जातीय पार्टी के महासचिव के रूप में कार्यरत थे। ढाका विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के छात्र बबलू 80 के दशक की शुरुआत में दक्षुर (ढाका विश्वविद्यालय छात्र संसद) के भी महासचिव थे।
बांग्लादेश के पूर्व सांसद बबलू को पहले पूर्व राष्ट्रपति एचएम इरशाद द्वारा ढाका विश्वविद्यालय के कुलाधिपति का सलाहकार बनाया गया था, और बाद में उप शिक्षा मंत्री, वित्त राज्य मंत्री, नागरिक उड्डयन और पर्यटन मंत्री बने।
वह विकास के नाम पर चीन की बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को निगलने और बांग्लादेश के रास्ते भारत को घेरने की साजिश के खिलाफ मुखर थे। इस बारे में उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार से खुलकर बात की थी, जो पिछले साल (2020) 25 अगस्त को हिन्दुस्थान समाचार में प्रकाशित हुआ था।