बलिया, 16 नवम्बर (हि. स.)। एमएलसी चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मी के बीच विधान परिषद सदस्य रविशंकर सिंह ‘पप्पू’ ने सपा को बाय-बाय बोलने की तैयारी कर ली है। उनका 17 नवम्बर बुधवार को लखनऊ में विधिवत भाजपा की सदस्यता ग्रहण करना लगभग तय है।
कई माह पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एमएलसी रविशंकर सिंह की मुलाकात ने जिले के राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया था। हालांकि, इस मुलाकात के बाद भी उन्होंने सपा नहीं छोड़ी थी। ये और बात है कि उन्होंने अपनी मुलाकात को पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की प्रतिमा के अनावरण के लिए सीएम को निमंत्रित करने के उद्देश्य से बताया था। हालांकि राजनीति में मुलाकातें यूं ही नहीं होतीं। इनके कुछ मायने भी होते हैं, जो अब सामने आ रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के पौत्र रविशंकर सिंह ‘पप्पू’ पिछली बार समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव जीतकर एमएलसी बने थे। उनके चाचा और चन्द्रशेखर के छोटे पुत्र नीरज शेखर भी समाजवादी पार्टी छोड़कर फिलहाल भाजपा से राज्यसभा सांसद हैं। एमएलसी रविशंकर सिंह भी काफी दिनों से समाजवादी पार्टी से दूरी बनाए हुए थे। इसे लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि देर-सबेर वे सुरक्षित ठिकाने की तलाश जरूर करेंगे। अब जाकर यह लगभग तय है कि रविशंकर सिंह भाजपा का दामन थामेंगे। बताया जा रहा है कि एमएलसी श्री सिंह लखनऊ में भाजपा के प्रदेश नेतृत्व के समक्ष पार्टी 17 नवम्बर को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। चंद्रशेखर के परिवार के राजनीतिक चेहरे रविशंकर सिंह के भाजपा में शामिल होने से जिले का राजनीतिक माहौल काफी दिलचस्प हो जाएगा। भाजपा के कई अन्य दिग्गज पहले से ही एमएलसी चुनाव लड़ने की जुगत में हैं। अब पप्पू के पार्टी में आने के बाद समीकरण क्या बनते हैं, यह देखना होगा।