नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)। देशभर में आज यानी सोमवार को धूमधाम से ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व मनाया जा रहा है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक शान्तिपूर्वक वातावरण में मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने खासकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पुख्ता इंतजाम किए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है।
बकरीद की नमाज के दौरान जम्मू कश्मीर में लगी पाबंदियों में ढील दी गई है। प्रशासन ने किसी भी अनहोनी से बचने के लिए अलग-अलग इलाकों की स्थानीय मस्जिदों में नमाज के लिए इजाजत तो दी है, लेकिन घाटी की बड़ी मस्जिदों में ज्यादा संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की इजाजत नहीं दी है।
पाबंदियों में ढील के तहत राजौरी, जम्मू और लेह में फोन एवं इंटरनेट की सुविधा को शुरू किया गया है। हालांकि कश्मीर घाटी में फोन इंटरनेट, टीवी-केबल बंद है। कश्मीर में आम लोगों के लिए फोन सेवा बंद होने से मुस्लिम भाई जवानों के पास उपलब्ध फोन से अपने परिजनों से बात कर ईद की खुशियों को बांट रहे हैं। करगिल जिले में अभी तक इंटरनेट सेवा को शुरू नहीं किया गया है।
अनुच्छेद 370 और केंद्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले के बाद जम्मू कश्मीर में कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए सुरक्षा बलों की तैनाती में ईद के मौके पर ढील दी गई। श्रीनगर में लोगों ने मोहल्ला मस्जिदों में सुबह की नमाज अदा की। इस दौरान जम्मू कश्मीर के पुलिस अधिकारी मस्जिद से निकल रहे लोगों को बधाई देते हुए गले मिले और उन्हें मिठाइयां खिलाईं।
उल्लेखनीय है कि रविवार को ईद-उल-अजह(बकरीद) पर मुस्लिम भाई के लिए प्रशासन ने घरों पर एलपीजी और सब्जियां भेजी थीं। छुट्टी के दिन भी घाटी में बैंक और राशन की दुकानें खुली रहीं।
श्रीनगर के जिला आयुक्त ने कहा, बकरीद की नमाज को देखते हुए प्रतिबंध में जो ढील दी गई थी, उसे नमाज के बाद फिर से लागू कर दिया गया है। समाचार लिखे जाने तक जम्मू कश्मीर में कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इलाके के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
इससे पहले, आज सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईद-उल-अजहा की देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति ने अपने ट्वीट संदेश में लिखा, ‘यह पर्व देशप्रेम, भाईचारे और मानव सेवा का प्रतीक है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बकरीद की बधाई देते हुए शांति और समृद्धि की कामना की।