रामपुर, 16 अगस्त (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर के सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार को बड़कुशिया नाले पर अवैध कब्जा करके बनाए गए लक्जरी रिजॉर्ट ‘हमसफर’ की एक बाउंड्रीवॉल को प्रशासन ने गिरा दिया। नाले पर 1000 वर्ग मीटर अवैध कब्जा का आरोप था। इस रिजॉर्ट की जमीन आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान के नाम थी।
यूपी में जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी, उस समय अब्दुल्ला आजम के नाम से बडकुशिया नाले के पास आजम खान ने जमीन लेकर उस पर शानदार रिजॉर्ट बनवाया था। इस रिजॉर्ट का उद्घाटन खुद मुलायम सिंह यादव ने किया था। प्रशासन का आरोप है कि उसी जमीन के आगे बड़कुशिया नाला की जमीन गाटा संख्या 129 की 1000 वर्ग मीटर जमीन पर अवैध ढंग से कब्जा करके आजम खान ने रिजॉर्ट की बाउंड्रीवाल बनवा ली थी। इस संबंध में एसडीएम सदर ने बताया कि होटल के अवैध कब्जे वाली जमीन से शुक्रवार को कब्जा हटवाया गया है।
प्रशासन ने आजम खान का नाम भूमाफिया की लिस्ट में नाम दर्ज कर दिया है। वे मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर कई विवादों में फंसे हुए हैं। सबसे पहला विवाद दो शेरों की मूर्तियों का है। इसमें उन पर चाेरी का भी आरोप लग चुका है। ये दोनों मूर्तियां रामपुर क्लब से चोरी हुई थीं। ये मूर्तियां उस दौर की हैं, जब रामपुर में नवाबों का शासन था। ये दोनों मूर्तियां जौहर यूनिवर्सिटी में पाई गईं। एक आरोप किताबों की चोरी का भी है। 1774 में खोले गए मदरसा आलिया मदरसे को आजम खान के ट्रस्ट ने लीज पर ले रखा है। यहां हजारों प्राचीन किताबें थीं। फर्नीचर भी बेशकीमती था। आरोप है कि ये किताबें और फर्नीचर जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा दिया गया। भव्य यूनिवर्सिटी की 38 हेक्टेयर जमीन पर विवाद है। इस जमीन को जबरन किसानों से ले लिया गया। यूनिवर्सिटी के लिए तीन बार सर्किल रेट कम कराए गए। सपा सरकार के दौरान इस यूनिवर्सिटी पर भारी भरकम सरकारी पैसा खर्च किया गया था।