नई दिल्ली, 23 सितंबर (हि.स.)। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना (पीएम-जेवाई) के तीन साल पूरे हो गए हैं। इस योजना से अबतक 2.19 करोड़ मरीजों को अस्पताल में दाखिला मिला है। यानि इस योजना के तहत हर मिनट 14 लोगों को अस्पताल में दाखिला मिल रहा है।
इस मौके पर गुरुवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट करके कहा कि आयुष्मान भारत योजना पिछले तीन सालों से गरीबों के इलाज में अहम भूमिका निभा रही हैं। दवाओं की लागत, उपचार सहित विभिन्न प्रकार के खर्च की चिंता से मुक्त करते हुए यह योजना गरीब को बेहतर इलाज सुनिश्चित कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति का जीवन स्तर को सुधारने की है। आयुष्मान भारत योजना से करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध हुई है और निरंतर यह योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है।
इस योजना के तहत सभी बीमारियों को शामिल किया गया है। इसमें दवाओं की लागत, डे केयर उपचार और निदान भी कवर किया जाता है। इस योजना के तहत 24 हजार अस्पतालों को पैनलबद्ध किया गया है। कैशलेस हेल्थ केयर सेवाएं प्रदान की जाती है।
उल्लेखनीय है कि आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 सितंबर 2018 को रांची (झारखंड) से की थी। आयुष्मान भारत (पीएम-जय)दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य आश्वासन योजना है, जिसका उद्देश्य प्रति परिवार हर वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ़्त इलाज सुनिश्चित करना है। यह सुविधा 10.74 करोड़ से भी अधिक गरीब और वंचित परिवारों (या लगभग 50 करोड़ लाभार्थियों को) मुहैया कराई जा रही है, जो भारतीय आबादी का 40 प्रतिशत हिस्सा हैं।