अयोध्या, 01 नवम्बर (हि.स.)। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सर्वोच्च फैसले को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने की कवायद जारी है। प्रशासन ने रेड जोन पर एक और अस्थाई बाड़ बनाने की योजना बनाई है। इसके साथ ही येलो जोन की सुरक्षा व्यवस्था को रेड जोन जैसा बनाया जाएगा। भीड़ नियंत्रण तथा आपात स्थिति से निपटने के लिए ब्रैकेट बनाए जाएंगे। यह कवायद कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान ही शुरू कर दी जाएगी और मेले के बाद इसको और सख्त किया जाएगा।
शुक्रवार को जनपद पहुंचे अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था पीवी रामा शास्त्री और एडीजी जोन एसएन साबत ने पुलिस लाइन सभागार में मौजूदा हालात को लेकर किए जा रहे सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिले और क्षेत्र की पुलिस बल की डिमांड तथा अत्याधुनिक संसाधनों की उपलब्धता पर विस्तार से चर्चा हुई। हिदायत दी गई कि सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का निर्धारण किया जाए और उनकी सही ब्रीफिंग व ट्रेनिंग हो तथा आधुनिकीकरण उपकरणों से लैस रहे। जनपद समेत आसपास के जिलों के मौजूद पुलिस अधिकारियों को आपस में समन्वय बनाकर तय सुरक्षा खाके को पूरी तौर पर लागू कराने और अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था तथा ऐतिहासिक कार वालों की लगातार मानीटरिंग की हिदायत दी गई। कहा गया कि कानून व्यवस्था को लेकर किसी तरह की कोई ढिलाई न बरती जाए और शांति व्यवस्था के लिए विभिन्न समुदायों तथा गणमान्य नागरिकों से समन्वय बनाकर सभी से परस्पर संवाद कायम किया जाए। आला अधिकारियों की ओर से बताया गया कि जनपद पुलिस तथा प्रशासन की ओर से डिमांड की गई पुलिस फोर्स शासन की ओर से उपलब्ध कराई जा रही है। साधन संसाधनों की खरीद तथा उपलब्धता के लिए पहले से निर्देश जारी किए जा चुके हैं किसी जनपद या क्षेत्र को अतिरिक्त व्यवस्था की जरूरत होगी तो वह भी उपलब्ध कराई जाएगी। निर्देश दिए गए कि अग्निशमन दस्ते के साथ ही बम खोजी व निरोधी दस्ते, डाग स्क्वायड, घुड़सवार दस्ता, फॉरेंसिक लैब के विद विशेषज्ञों की टीम, स्पाटर दस्ता, एंटी सेबोटाज चेक टीम, स्थानीय अभिसूचना तथा अन्य सुरक्षा तथा खुफिया एजेंसियों को सक्रिय कर लिया जाए।
बैठक में मंडलायुक्त मनोज कुमार मिश्र, जिला अधिकारी अनुज कुमार झा, एसएसपी ऑफिस तिवारी समेत पड़ोसी जनपदों बाराबंकी, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, बस्ती व गोंडा के पुलिस प्रमुख मौजूद रहे। इसके बाद एडीजी कानून व्यवस्था और एडीजी जोन ने राम नगरी पहुंचकर विवादित परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया और सुरक्षा के जिम्मेदार अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जानकारी ली। अधिकारियों को जरूरी हिदायतें भी दी गई। आला अधिकारियों ने हनुमानगढ़ी व अन्य प्रमुख मठ मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया। आवाम को सुरक्षा देने के लिए पुलिस कटिबद्ध मीडिया से मुखातिब एडीजी कानून व्यवस्था सीबी रामा शास्त्री ने कहा कि अयोध्या विवाद के संभावित फैसले तथा पर्व त्यौहार को लेकर अपग्रेड सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। कानून व्यवस्था को लेकर जितनी भी पुलिस 4 तथा संसाधनों की जरूरत होगी, उसको लगाया जाएगा। आवाम को किसी भी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है। अफवाह फैलाने तथा कानून से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस आम जनता को सुरक्षा देने के लिए कटिबद्ध और प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर अयोध्या सदस्यों से संवेदनशील रही है और यहां साल के हर दिन पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम रहता है। बीते एक डेढ़ साल में किसी पर्व त्यौहार या मेले के दौरान कोई अनहोनी बात नहीं होने पाई। फिर भी अयोध्या विवाद के संभावित फैसले को लेकर सुरक्षा खाके की समीक्षा की गई है और सुरक्षा को अपग्रेड किया गया है। जनपद को पर्याप्त मात्रा में केंद्रीय अर्धसैनिक बल आरएफ सीआरपीएफ के साथ पीएसपी व पुलिस बल उपलब्ध कराया गया है। काफी पुलिस फोर्स जनपद पहुंच गई है और बाकी जल्द ही आ जाएगी। शांति व्यवस्था तथा सौहार्द के लिए जिला प्रशासन की ओर से शांति समितियों तथा समाज के विभिन्न वर्गों की बैठक कराई जा रही है और संवाद कायम किया जा रहा है।