अयोध्या: सुरक्षा प्रबंधों में ढील, कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की आमद बढ़ी

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कार्तिक पूर्णिमा मेले के अंतिम स्नान को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद 



अयोध्या, 11 नवम्बर (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर जारी सुरक्षा पाबंदियों में ढील देने से राम नगरी में चहल-पहल शुरू हो गई है। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की आमद बढ़ने से बाजार घाट और मठ मंदिर गुलजार हो गए हैं। रामनगरी के ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेले के अंतिम पर्व कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया है।
सोमवार की शाम पूर्णिमा तिथि शुरू होने के साथ ही सुरक्षाबलों तथा अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा तिथि सायं 4.34 बजे से प्रारम्भ हो गई जो मंगलवार को सायं 6.42 बजे समाप्त होगी। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही गुरुनानक देव जी जयन्ती भी मनाई जाएगी। तिथि प्रारम्भ होने के बावजूद श्रधालु उदया तिथि में ही स्नान करेंगे। इसको लेकर श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है। रामनगरी की ओर आने वाले हर रास्तों पर श्रद्धालु दिख रहे हैं।
सुरक्षा पाबन्दियों में छूट के बावजूद रामनगरी आने वालों की सघन जांच की जा रही है और रुट डायवर्जन के चलते वाहनों को भीतर नहीं आने दिया जा रहा है। कार्तिक पूर्णिमा मेला क्षेत्र को सात जोन स्नान घाट, नागेश्वर नाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, यातायात, भीड़ जोन तथा गुप्तारघाट और 23 सेक्टर में बांट जोनल और सेक्टर प्रभारियों के साथ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में मेले की सुरक्षा व व्यवस्था को रखा गया है। साफ-सफाई, पीने की पानी, स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ, आरएएफ़, पीएसी, जल पुलिस, महिला पुलिस, घुड़सवार दस्ता समेत विभिन्न दस्तों को लगाया गया है। पूर्णिमा के शुरू होने के साथ ही सायं 4.30 बजे सभी को ड्यूटी पर मुस्तैद कर दिया गया। मजिस्ट्रेटों एवं पुलिस अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में अपने जोन एवं सेक्टर के अधिकारियों से समन्वय बनाकर काम करने की हिदायत दी गई है।
मेलाधिकारी एडीएम सिटी वैभव शर्मा एवं पुलिस मेलाधिकारी एसपी सिटी विजयपाल सिंह ने बताया कि रविवार की शाम ही अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रशासन की ओर से ब्रीफिंग की गई थी। पूर्णिमा स्नान को लेकर आज फिर से ब्रीफिंग करके सभी को ड्यूटी में तैनात कर दिया गया है। रूट डायवर्जन लागू करके  इसका सख्ती से पालन कराया जा रहा है और अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुख सुविधा के लिए उपलब्ध कराई गई व्यवस्थाओं की उपलब्धता की निगरानी का निर्देश दिया गया है।
मण्डलायुक्त मनोज मिश्र, पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव गुप्त, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी सुरक्षा व्यवस्था की मानीटरिंग कर रहे हैं। सभी ने गंगा-जमुनी संस्कृति के परम्परा को आगे बढ़ाते हुए सौहार्द का माहौल बनाए रखने की अपील की गई है।

 


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