अयोध्या दीपोत्सव: एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए तैयार हुई रामनगरी

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छात्र-छात्राओं व अन्य की मेहनत से राम पैड़ी पर सज गए दीप 



अयोध्या, 25 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की ओर से राम नगरी में आयोजित होने वाले दीपोत्सव को एक बार फिर विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए लगभग तैयारियां पूरी कर ली गई है। तीसरे दीपोत्सव में एक बार फिर से दीपों का नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए राम की पैड़ी दीपों से सज गई है। लगभग सवा तीन लाख दीप राम की पैड़ी पर सजाए गए हैं। वही लगभग डेढ़ लाख दीप राम पार्टी के इतर गुप्तारघाट, भरतकुंड, प्रमुख घाटों तथा मठ मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर जलाने की योजना बनाई गई है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फिजी की डिप्टी स्पीकर व सहायक मंत्री बीना भटनागर का प्रोटोकॉल पहुंच गया है। केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल के आने का कार्यक्रम भी जिला प्रशासन को मिल गया है। समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को शिरकत करना है। प्रदेश सरकार के लिए देश पर करोड़ों की रकम खर्च कर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या स्थित राम की पैड़ी को दीपोत्सव पर विश्व रिकॉर्ड लायक बना दिया गया है। पार्टी के रीमॉडलिंग के बाद पंपू के चालू होने पर पार्टी में पानी का अनवरत प्रवाह शुरू हो गया है।
विश्वविद्यालय समेत तमाम स्कूलों कॉलेजों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से राम की पैड़ी स्पीड 15 घाटों पर 3 लाख 21 हजार दीप अभी तक सजाए जा चुके हैं। कार्यक्रम से जुड़े पूरे क्षेत्र रामकथा पार्क से लेकर राम की पैड़ी तक रंगीन लाइटों से जग-मगाने लगी है। लेजर लाइट शो के लिए टीम ने रिहर्सल कर लिया है तो आतिशबाजी के लिए इससे जुड़ी टीम ने शरीर के उस पार पुराने पुल के पास जगह तलाश ली है।
पुराने रिकार्ड को तोड़ने का प्रयास में सरकार
गत वर्ष आयोजित दूसरे दीपोत्सव समारोह में राम की पैड़ी पर तीन लाख एक हजार एक सौ बावन दीप की गिनती गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने दर्ज की थी। इस बार प्रदेश सरकार के निर्देश पर पुराने विश्व रिकॉर्ड को तोड़कर नया कीर्तिमान बनाने के लिए योजना के तहत काम शुरू किया गया है। एक साथ एक ही जगह पर दीपों के जलाने के रिकॉर्ड को तीन लाख तीस हजार तक ले जाने के लिए लगभग छह हजार स्वयंसेवक लगाए गए हैं। रिकॉर्ड बनाने में कोई खामी ना रह जाए इसको लेकर इस बार जन सहयोग से राम नगरी के प्रमुख घाटों, कुंडों, मठ मंदिरों तथा सार्वजनिकक स्थलों पर भी दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम किया जा रहा है।
 
14 प्रमुख मन्दिरों का चयन 
इस बार दीपोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत राम नगरी के 14 प्रमुख मंदिरों का भी चयन किया गया है। कुल मिलाकर 5 लाख 51 हजार दीप जलाने का लक्ष्य है। हालांकि रिकॉर्ड के लिए केवल राम पैड़ी के हित दीप गिने जाएंगे। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति मनोज दीक्षित ने बताया कि आयोजन समिति की बैठक के दौरान राम की पैड़ी पर 3 लाख 21 हजार दीप जलाए जाने का निर्धारित किया गया है।

 


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