बदले रणनीतिक वातावरण में ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस के साथ पनडुब्बी सौदा रद्द किया
कैनबरा, 17 सितम्बर (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया ने परमाणु ऊर्जा चालित अमेरिकी पनडुब्बियों में निवेश करने और डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों के निर्माण के लिए फ्रांस के साथ अपने अनुबंध को समाप्त कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि रणनीतिक वातावरण के चलते फ्रांस के साथ पारंपरिक पनडुब्बी निर्माण का सौदा रद्द करना पड़ा है। दूसरी तरफ फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियान ने ऑस्ट्रेलिय़ा के इस निर्णय को पीठ में छुरा घोपने के बराबर बताया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के साथ एक नए अमेरिकी सुरक्षा गठबंधन की घोषणा की थी जिसके तहत ऑस्ट्रेलिया के लिए परमाणु ऊर्जा चालित पनडुब्बी बेड़े का विकास किया जाएगा। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस को फ्रांसीसी कंपनी डीसीएनएस के साथ दुनिया की सबसे बड़ी पारंपरिक पनडुब्बियों में से 12 का निर्माण करने के लिए अपना अनुबंध समाप्त करने की जानकारी दी है। 2016 में फ्रांस से अनुबंध हासिल करने के बाद से ऑस्ट्रेलिया इस परियोजना पर अब तक 2.4 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर खर्च कर चुका है।
मॉरिसन ने कहा कि 2016 में जब फ्रांस के साथ पनडुब्बी निर्माण के लिए 56 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का सौदा हुआ था, तब अमेरिकी परमाणु पनडुब्बी तकनीक ऑस्ट्रेलिया के लिए एक खुला विकल्प नहीं थी और अमेरिका ने अब तक केवल ब्रिटेन के साथ तकनीक साझा की है। मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के रणनीतिक हित, रणनीतिक क्षमता आवश्यकताओं और बदले हुए रणनीतिक वातावरण के चलते फ्रांस के साथ पारंपरिक पनडुब्बी निर्माण का सौदा रद्द करना पड़ा है। ऑस्ट्रेलियाई रक्षा बल के प्रमुख जनरल एंगस कैंपबेल ने अपनी सरकार के फैसले का स्वागत किया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले गुरुवार सुबह ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने अपने दो सबसे बड़े सहयोगी देशों, अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से परमाणु-संचालित पनडुब्बियों पर स्विच करने के लिए एक ऐतिहासिक त्रिपक्षीय सुरक्षा समूह की घोषणा की जिसे ‘ऑकस’ के नाम से जाना जाता है। इसके साथ ही उन्होंने इसमें ऑस्ट्रेलिया की भूमिका के बारे में भी जानकारी दी। ये पनडुब्बियां ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा बेड़े की तुलना में शांत लेकिन काफी ज्यादा विध्वंसक होंगी जो चीन के किसी भी संभावित खतरे को मुंहतोड़ जवाब देने में काबिल होंगी।