नागपुर, 22 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए कमलेश तिवारी हत्याकांड में अहम जानकारी सामने आई है। इस मामले में नागपुर से गिरफ्तार चौथा आरोपित सैय्यद आसिम अली 2017 में दुबई से कराची गया था। नतीजन इस हत्याकांड में सैय्यद आसिम अली की भूमिका और पाकिस्तान कनेक्शन पर एटीएस जांच कर रही है। बहरहाल सोमवार को अदालत ने सैय्यद को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ भेज दिया है।
हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस ने शनिवार को मौलाना शेख सलीम, फैजान और रशीद पठान को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया था। उनकी निशानदेही पर गुजरात एटीएस ने नागपुर से शनिवार को सैय्यद आसिम अली को गिरफ्तार किया था। इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड रशीद नागपुर में बैठे सैय्यद से लगातार संपर्क में था और तिवारी की हत्या से पहले और बाद में रशीद और सैय्यद में लगातार बातचीत होती रही।
हार्डवेयर सामान का व्यवसाय करने वाला सैय्यद आसिम अली नागपुर का रहने वाला है।“माईनोरिटी डेमोक्रटिक फ्रन्ट” नामक संस्था का वह सक्रिय सदस्य हैं। साथ ही सैय्यद के “सुन्नी युथ विंग” संस्था से गहरे ताल्लुकात है। कमलेश तिवारी के कथित विवादित बयान पर सैय्यद आसिम अली ने यू-ट्यूब पर वीडियो भी पोस्ट किया था। सैय्यद कट्टरपंथी बरेलवी मुस्लिम है। वह सूफी और वहाबी संप्रदाय के लोगों को गैर-मुस्लिम मानता है।
तिवारी हत्याकांड से पहले सैय्यद का किसी आतंकी गतिविधि से सीधे तौर पर कोई संबंध सामने नही आया है लेकिन 2017 में वह दुबई और वहां से कराची गया था। सैय्यद कि इस यात्रा का कमलेश तिवारी कि हत्या और पाकिस्तान से क्या संबंध है इसकी जांच चल रही है।
इस मामले में अब तक कुल चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले में दो संदिग्धों से पूछताछ भी कर रही है। दोनों संदिग्धों में मुफ्ती काजमी और अनवारुल हक शामिल हैं।बहरहाल तिवारी हत्याकांड में सूरत से गिरफ्तार अन्य आरोपितो के साथ कमलेश को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ ले जाया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस सैय्यद और अन्य तीन आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। वही एटीएस पाकिस्तान से जुडे तार खंगालने में लगी हुई है।