रांची, 22 सितम्बर (हि.स.)। आतंकी संगठन अलकायदा के मोस्ट वांटेड आतंकवादी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी को झारखंड के आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। एटीएस की टीम ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास से मोस्ट वांटेड आतंकवादी को शनिवार को पकड़ा। गिरफ्तार मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी पिछले लगभग 3 वर्षों से फरार चल रहा था और लगातार अपना ठिकाना बदल-बदल कर रहा था। पूर्व में इसकी कुर्की-जब्ती भी की जा चुकी है। गिरफ्तार आतंकी अलकायदा संगठन का सक्रिय सदस्य भी रह चुका है।
एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा और एटीएस की एसपी विजया लक्ष्मी ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि गिरफ्तार आतंकी कलीमुद्दीन का सहयोगी मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ हैदर उर्फ मसूद उर्फ कटकी, जीशान हैदर और अब्दुल समी उर्फ उजैर उर्फ हसन वर्तमान में तिहाड़ जेल (दिल्ली) में बंद है। इसके अलावा अहमद मसूद अकरम उर्फ मसूद उर्फ मोनू और राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में भी बंद है। गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी आतंकवादी कार्यों को अंजाम देने के लिए आसनसोल, कोलकाता, गुजरात, मुंबई, उत्तर प्रदेश के अलावा विदेश में सऊदी अरब, अफ्रीका, बांग्लादेश का कई बार यात्रा कर चुका है। वह जेहाद और आतंकवादी घटनाओं के लिए युवाओं को तैयार करता था।
एटीएस की एसपी विजयालक्ष्मी ने बताया कि मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी प्रतिबंधित आतंकवादी अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट संगठन में रहकर जेहाद एवं आतंकवादी घटना के लिए युवाओं को तैयार करता था। इस पर पूर्व में भी युवाओं को जेहाद के लिए प्रेरित कर संगठन से जोड़ने और देश के बाहर विभिन्न आतंकवादी संगठनों में शामिल कराने के आरोप रहे हैं। युवाओं को पाकिस्तान स्थित जेहाद प्रशिक्षण शिविरमें शामिल होने के लिए भेजा जाता था। अब तक सैकड़ों युवाओं को इन प्रशिक्षण शिविर में आतंकी मौलाना कलीमुद्दीन भेज चुका है।
गिरफ्तारी से झारखंड में चल रही आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगेगीः डीजीपी
झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कमल नयन चौबे ने झारखंड के आतंकवाद से संबंधित कांड के मुख्य अभियुक्त मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी की गिरफ्तारी में शामिल एटीएस की एसपी विजयालक्ष्मी सहित सभी पदाधिकारी और कर्मियों को शुभकामनाएं और बधाई दी है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से मुझे उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से झारखंड के अंदर चल रही आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगेगी और आतंकवाद पर झारखंड पुलिस की पकड़ मजबूत होगी।