सीएम डॉ. सरमा ने दिया निर्देश, मिजोरम के राज्य सभा सदस्य के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी वापस ले असम पुलिस
गुवाहाटी, 02 अगस्त (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राज्य पुलिस को मिजोरम के राज्य सभा सदस्य के वानलालवेना के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने का निर्देश दिया है।
मिजोरम सरकार ने भी घोषणा किया है कि वह असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने के लिए तैयार हैं। असम के मुख्यमंत्री ने असम पुलिस को मिजोरम के सांसद के वानलालवेना के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने का निर्देश दिया है।
अपने ट्विटर पर मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने लिखा, “इस सद्भावना को आगे बढ़ाने के लिए, मैंने असम पुलिस को मिजोरम से राज्य सभा सदस्य वानलालवेना के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी वापस लेने का निर्देश दिया है। हालांकि अन्य आरोपित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मामले को आगे बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा है कि मैंने मिजोरम के अपने समकक्ष जोरामथांगा द्वारा मीडिया में दिए गए बयानों को देखा है जिसमें उन्होंने सीमा विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से निपटाने की इच्छा व्यक्त की है। असम हमेशा उत्तर पूर्व की भावना को जीवित रखना चाहता है। हम अपनी सीमाओं पर शांति सुनिश्चित करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि रविवार को मिजोरम के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने कहा कि मिजोरम सरकार असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने के लिए तैयार है, अगर कोई कानूनी वैधता नहीं है।
इससे पहले असम पुलिस ने मिजोरम के मौजूदा राज्य सभा सदस्य के वानलालवेना को एक अगस्त को धोलाई पुलिस स्टेशन में बयान दर्ज करने के लिए नोटिस जारी किया था। मिजोरम के राज्य सभा सदस्य को एक बयान के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि वे भाग्यशाली हैं कि हमने उन सभी को नहीं मारा है। अगली बार जब वे (असम पुलिस) आएंगे, तो हम उन सभी को मार देंगे।
मिजोरम के राज्य सभा सदस्य ने यह बयान गत मंगलवार को असम पुलिस के छह कर्मियों और एक नागरिक की मौत के ठीक एक दिन बाद दिया था। ज्ञात हो कि 26 जुलाई को मिजोरम पुलिस द्वारा झड़प के दौरान गोलीबारी की गई थी, जिसमें यह वारदात घटी थी।
असम पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार को मिजोरम के राज्य सभा सदस्य के राष्ट्रीय राजधानी स्थित आधिकारिक आवास और मिजोरम भवन की दीवारों पर सम्मन नोटिस चस्पा किया था। मिजोरम के राज्य सभा सदस्य के मंगलवार को बयान देने के बाद भूमिगत हो जाने पर नोटिस को दीवारों पर चिपकाया गया था।