आर्य समाज के नेता स्वामी अग्निवेश का निधन
नई दिल्ली, 11 सितम्बर (हि.स.)। आर्य समाज के नेता स्वामी अग्निवेश का शुक्रवार को दिल्ली के लिवर एंड बिलिअरी साइंसेज इंस्टिट्यूट में निधन हो गया। 80 वर्षीय अग्निवेश लीवर की समस्या से जूझ रहे थे और उनकी हालत काफी गंभीर थी। शरीर के विभिन्न अंगों के काम ना करने की वजह से उन्हें मंगलवार को वेंटिलेटर पर रखा गया था।
अस्पताल के अनुसार शुक्रवार को उनकी तबीयत और अधिक बिगड़ गई और शाम को करीब 6:00 बजे उनको दिल का दौरा पड़ा। उन्हें बचाने के सभी प्रयास किए गए लेकिन शाम 6:30 बजे उनका निधन हो गया। अस्पताल ने उनके निधन पर शोक भी व्यक्त किया है।
अग्निवेश हरियाणा से विधायक रह चुके हैं उन्होंने अपनी एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई थी। अग्निवेश कई सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। उन्हें उनके बंधुआ मजदूरी के खिलाफ किए गए कार्यों के लिए विशेष तौर पर सम्मान मिला है। हालांकि उन्हें देश के एक वैचारिक धड़े से जोड़कर भी देखा जाता रहा है जिसके चलते वह विवादों में भी रहे हैं।
अग्निवेश का विवादों से भी जुड़ाव रहा है उन्हें कई बार उनके कथित तौर पर हिंदू विरोधी बयानों के लिए आलोचना का भी सामना करना पड़ा है। स्वामी अग्निवेश अन्ना हजारे के आंदोलन से भी जुड़े थे हालांकि बाद में विवाद होने के कारण है वह पीछे हट गए। 2005 में उन्होंने कहा था कि पुरी जगन्नाथ मंदिर को गैर हिंदुओं के लिए खोल दिया जाना चाहिए। उन्हें अमरनाथ में भगवान शिव के शिवलिंग पर दिए गए बयान पर सुप्रीम कोर्ट से भी फटकार लगी थी।
स्वामी अग्निवेश का जन्म 21 सितम्बर 1939 को आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में जन्म हुआ था। उनके पास कानून और कॉमर्स से जुड़ी डिग्रियां थी और वह सेंट जेवियर कॉलेज कोलकाता में मैनेजमेंट के लेक्चरर भी रहे। स्वामी अग्निवेश 8 से 11 नवम्बर 2011 के बीच टीवी कार्यक्रम बिग बॉस से जुड़े घर में भी तीन दिनों तक रहे थे। उन्हें राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार-2004, राइट लीवलीहुड अवॉर्ड-2004 (स्वीडन), एमए थॉमस नेशनल राइट अवार्ड 2006 (बेंगलुरु, इंडिया) से सम्मानित किया जा चुका है।