आरा, 20 अगस्त (हि.स.)। बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को पकड़ने में जुटी पुलिस ने संगीन मामले में आरोपित भोजपुर के राजद विधायक अरूण यादव को खुला छोड़ दिया है। विधायक अरूण यादव पर नाबालिग दलित लड़की के यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप है।
विधायक अरूण यादव पर एके-47 समेत दूसरे घातक हथियार बेचने का बड़ा आरोप लग चुका है। एक महीने पहले आरा में सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ था तब नाबालिग दलित छात्रा ने आरा नगर थाना पहुंचकर पुलिस के समक्ष जबरन देह व्यापार कराने की जानकारी दी। उसने पुलिस को बताया कि उसे अगवा कर उससे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था। उसके बयान पर देह व्यापार करा रही महिला अनिता देवी को पुलिस ने धर दबोचा। अनिता देवी ने पुलिस के समक्ष स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि लड़की को पटना में सचिवालय के पास 28 नंबर के सरकारी बंगले में भेजा गया था। बंगले में पूरी रात लड़की का यौन शोषण हुआ और इसके एवज में उसे 6 हजार रूपये मिले थे। 28 नंबर का ये सरकारी बंगला राजद के विधायक अरूण यादव का है। नाबालिग दलित लड़की से देह व्यापार कराने वाली महिला ने अरूण यादव के साथ-साथ एक इंजीनियर के घर भी लड़की को भेजने की बात कही थी। पुलिस ने इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया लेकिन अरूण यादव को खुला छोड़ दिया।
पुलिस सूत्र बताते हैं इस बहुचर्चित सेक्स रैकेट में निर्देश ऊपर से आ रहे थे। ऊपर से जितना निर्देश मिला उतनी कार्रवाई हुई। अब स्थिति ये है कि आरा पुलिस इस मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। इस घटना पर लोगों का ध्यान था और लोग न्याय की उम्मीद लगाए हुए थे किंतु इसका कोई नतीजा नहीं निकला।
राजद के विधायक अरूण यादव पर एके -47 समेत दूसरे घातक हथियारों के खऱीद बिक्री का भी आरोप लग चुका है। दो साल पहले पटना पुलिस ने मोस्ट वांटेड अपराधी रंजीत चौधरी को गिरफ्तार किया था। रंजीत चौधरी ने पुलिस के समक्ष दिये गये बयान में कहा था कि विधायक अरूण यादव हथियारों की सप्लाई करते हैं। विधायक ने ही उसे एके-47 समेत दूसरे विदेशी हथियार उपलब्ध कराए। इन्हीं हथियारों से उसने कई घटनाओं को अंजाम दिया था।
नाबालिग दलित लड़की के यौन उत्पीड़न का मामला हो या एके-47 की सप्लाई का आरोप अरूण यादव के खिलाफ हर मामला पुलिस फाइल में ही दब रहा है। एके -47 के ही मामले में पुलिस अनंत सिंह के खिलाफ आतंकवाद निरोधक कानून लगा चुकी है। ऐसे में सरकार और पुलिस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
उधर, विधायक अरूण यादव ने आरोपों को गलत करार दिया है। अरूण यादव के मुताबिक पटना स्थित सरकारी फ्लैट पर वे खुद नहीं रहते बल्कि उनके कर्मचारी रहते हैं। विधायक ने कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाने की साजिश की जा रही है।