नई दिल्ली, 31 मई (हि.स.)। भारत-चीन सीमा पर विवाद के बाद इस मामले को सुलझाने के लिए कूटनीतिक स्तर पर प्रयास चल रहे हैं। यही वजह है कि पिछले एक पखवाड़े से एलएसी पर कोई बड़ी घटना नजर नहीं आई है। एलएसी गतिरोध पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि भारत-चीन सीमा रेखा विवाद को कूटनीति के जरिए हल किया जाएगा। इसके बावजूद सोशल मीडिया पर तमाम तरह के वीडियो और सेटेलाइट की तथाकथित तस्वीरें जारी करके भारतीय सीमा के अन्दर चीनी अतिक्रमण के दावे किये जा रहे हैं।
भारत-चीन सीमा पर एक बार फिर तनाव बढ़ने और चीनी सेना के एक बार फिर से भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करने की ख़बरें प्रसारित की जा रही हैं। इतना ही नहीं भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच टकराव होने और भारतीय सेना द्वारा उनके मंसूबों को नाकाम करने तक की भ्रामक प्रसारित हुईं हैं। इसके अलावा एलएसी पर चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र में निर्माण कार्य जारी रखने, मिट्टी ढोने वाले ट्रकों से सैनिकों और मशीनरी को सीमा पर पहुंचाए जाने के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने कहा कि हमारे संज्ञान में लाया गया है कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसकी सामग्री प्रमाणित नहीं है। इसे उत्तरी सीमाओं की स्थिति के साथ जोड़ने का प्रयास पूरी तरह गलत है। वर्तमान में एलएसी पर कोई हिंसा नहीं हो रही है। दोनों देशों के बीच सीमाओं के प्रबंधन पर स्थापित प्रोटोकॉल द्वारा निर्देशित, सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत के माध्यम से मतभेदों को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। भारतीय सेना ने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले सनसनीखेज मुद्दों के प्रयासों की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की भ्रामक ख़बरों से बचा जाना चाहिए।