जम्मू, 03 सितम्बर (हि.स.)। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटने के बाद से जहां जम्मू संभाग में इस निर्णय को लेकर खुशी का माहौल था, वहीं कश्मीर घाटी में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। हालांकि धीरे-धीरे अब वहां भी लोगों को इस अनुच्छेद के समाप्त होने के फायदे नज़र आने लगे हैं और लोग इसे स्वीकार भी रहे हैं।
इसी बीच जम्मू संभाग के रियासी जिले में मंगलवार को सेना ने भर्ती रैली का आयोजन किया, जिसमें भाग लेने के लिए जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से हजारों युवा पहुंचे हैं। एक हफ्ते तक चलने वाले इस भर्ती रैली में 29 हजार युवाओं ने आवेदन किया है। भर्ती के लिए पहुंचे युवाओं का कहना है कि वह सेना में भर्ती होकर राष्ट्र की सेवा करना चाहते हैं।
वहीं अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में लगाई गई पाबंधियां धीरे-धीरे कम हो रही हैं। कश्मीर में 92 फिसदी पुलिस थानों में कोई पाबंदी नहीं है। जम्मू कश्मीर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रोहित कंसल ने कहा है कि पिछले हफ्ते 81 प्रतिशत थानों में पाबंदियां नहीं थीं, जिसे बढ़ाकर 92 कर दिया गया है। जबकि जम्मू और लद्दाख में दिन में कोई भी प्रतिबंध नहीं है। घाटी में लैंडलाइन सेवा भी बहाल कर दी गई हैं।
रोहित कंसल ने कहा कि 29 अन्य एक्सचेंज को बहाल किया गया है और अब 95 में से 76 एक्सचेंज काम कर रहे हैं। साथ ही घाटी में 26 हजार लैंडलाइन्स को भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जम्मू और लद्दाख में मोबाइल फोन पूरी तरह काम कर रहे हैं। प्रशासन के अनुसार सरकारी कार्यालय भी पहले की तरह काम कर रहे हैं और स्टाफ भी मौजूद है।
इस बीच कश्मीर घाटी के प्राइमरी, मिडिल और हाईस्कूलों में भी स्टाफ की संख्या में अब काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। रोहित कंसल ने कहा कि निजी वाहन पहले से ही चल रहा था। अब सार्वजनिक वाहनों की भी सड़कों पर वापसी हो गई है और अब दूसरे राज्यों को जाने वाली बसें भी उपलब्ध हैं। प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने कहा कि 300 ट्रकों में फल ट्रांसपोर्ट किए जा रहे हैं। घाटी के बाहर 1.5 लाख मिट्रिक टन फल उत्पाद भेजे गए हैं।