जम्मू, 13 जुलाई (हि.स.)। जम्मू संभाग की नियंत्रण रेखा तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगातार हो रही पाकिस्तानी गोलाबारी का जायजा लेने अपने दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे जम्मू पहुंचे। उन्होंने पाकिस्तान सीमा पर तैनात सैनिकों की तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि संघर्ष विराम के उल्लंघन और आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं।
उन्होंंने कहा कि सभी सुरक्षा एजंसियां सतर्क हैं, पाकिस्तान की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा पड़ोसी देश हमारे साथ जो छद्म युद्ध जारी रखे हुए है उसका मुंंहतोड़ जवाब देने के लिए हमारे जांंबाज जवाब इसी प्रकार तैनात रहेंगे।
इससे पहले सोमवार सुबह जम्मू पहुंचने पर जीओसी-इन-सी पश्चिमी कमान लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह, जीओसी राइजिंग स्टार कॉर्प्स लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जीओसी टाइगर डिवीजन मेजर जनरल वीबी नायर और एओसी, एएफ स्टेशन जम्मू के एयर कमांडर एएस पठानिया ने सेना प्रमुख एमएम नरवणे का स्वागत किया। इसके बाद सेना प्रमुख ने टाइगर डिवीजन में 16 कोर सहित सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सीमा के हालातों को जाना। इसके साथ ही सेना प्रमुख ने जम्मू-पठानकोट क्षेत्र में सीमा पर पर तैनात सैनिकों की मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन तत्परता की समीक्षा की तथा राइजिंग स्टार कॉर्प्स के अग्रिम क्षेत्रों का दौरा भी किया।
इसी बीच राइजिंग स्टार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सेना प्रमुख को सीमा पर ऑपरेशनल तैयारियों, सुरक्षा के बुनियादी ढांचे के साथ आंतरिक सुरक्षा मामलों पर विस्तार से जानकारी दी। जीओसी टाइगर डिवीजन ने भी उन्हें सीमा पर मौजूदा हालात, संघर्ष विराम के दौरान भारतीय सेना द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के बारे में बताया। सेना प्रमुख ने कमांडरों और सैनिकों के साथ सीमा से सटे अग्रिम इलाकों का दौरा भी किया और इस बीच सेना पर तैनात जवानों से बातचीत भी की।