नई दिल्ली, 12 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में चल रही आतंकी गतिविधियों और सेना के एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे खुद दो दिन के दौरे पर पहुंचे। अपने दौरे के आखिरी दिन बुधवार को जनरल नरवणे ने पाकिस्तान से लगी सीमा के अग्रिम इलाकों का दौरा करके वहां तैनात सेना की टुकड़ियों से बातचीत की। सैनिकों के साथ बातचीत में उन्होंने सभी कमांडरों और सैनिकों को किसी भी उभरती सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा।
जम्मू-कश्मीर में इन दिनों सेना का एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन काफी तेज गति से चल रहा है। इसी महीने में अब तक सेना और पुलिस ने 10 से ज्यादा आतंकवादियों को अलग-अलग ऑपरेशन में ढेर किया है। सेना से लगातार हो रही मुठभेड़ के बीच सेना प्रमुख खुद एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। पहले दिन उन्होंने पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी के साथ व्हाइट नाइट कॉर्प्स का दौरा किया। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने सेना के ऑपरेशन और सीमा पर सुरक्षा-व्यवस्था और सेना की परिचालन स्थिति का जायजा लिया। व्हाइट नाइट कॉर्प्स जोन में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन संबंधी तैयारियों पर जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने सेना प्रमुख को जानकारी दी।
अपने दौरे के आखिरी दिन आज जमीनी हालात का निरीक्षण करने के लिए सेना प्रमुख नरवणे अग्रिम इलाकों अखनूर, रजौरी और नौशेरा सेक्टर्स में भी गये और यहां चल रहे हालात पर जानकारी ली। उन्हें नियंत्रण रेखा पर स्थिति, काउंटर-घुसपैठ ऑपरेशन और उनकी परिचालन संबंधी तैयारियों पर स्थानीय कमांडरों ने जानकारी दी। सेनाध्यक्ष ने सैनिकों के साथ बातचीत करके उच्च मनोबल और परिचालन की उच्च स्थिति के लिए उनकी सराहना की। नियंत्रण रेखा के साथ शांति की वर्तमान स्थिति की सराहना करते हुए उन्होंने सभी कमांडरों और सैनिकों को किसी भी उभरती सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने सभी सरकारी एजेंसियों को क्षेत्र में शांति बनाए रखने और कोविड महामारी का मुकाबला करने के लिए पूरे मनोयोग से लोगों तक पहुंचने के लिए उनकी सराहना की।
पिछले कई दिनों से जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग इलाकों में हुई मुठभेड़ में सेना के लश्कर-ए-तैयबा समेत कई आतंकी संगठनों के गुर्गों को ठिकाने लगाया है। इसके बाद चल रहे तनाव पर वास्तविक स्थिति जानने के बाद थल सेनाध्यक्ष ने जम्मू के 166 मिलिट्री हॉस्पिटल का दौरा किया और कोविड की दूसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया। ब्रिगेडियर केजे सिंह और डीएन करन ने सेना प्रमुख को तैयारियों के बारे में जानकारी दी।