हजेला ने 80 लाख अवैध नागरिकों का नाम एनआरसी में किया शामिल : एपीडब्ल्यू
गुवाहाटी, 30 दिसम्बर (हि.स.)। असम पब्लिक वर्क्स (एपीडब्ल्यू) के अध्यक्ष अभिजीत शर्मा ने पूर्व एनआरसी कोऑर्डिनेटर प्रतीक हजेला पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने 80 लाख अवैध नागरिकों का नाम एनआरसी के फाइनल ड्राफ्ट में शामिल किया है।
सोमवार को अभिजीत शर्मा ने कहा कि पांच सॉफ्टवेयर कंपनियों के सहयोग से 100 से अधिक सॉफ्टवेयर बनाकर अवैध रूप से विदेशी नागरिकों का नाम एनआरसी में शामिल किया गया है। जबकि एनआरसी अद्यतन के काम के दौरान प्रतीक हजेला ने 100 करोड़ रुपये का घोटाला भी किया है। शर्मा राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के नवनियुक्त कोऑर्डिनेटर हितेश देव शर्मा से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एनआरसी अद्यतन में हुए घोटाले की जांच सीबीआई व ईडी को करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एनआरसी में हुए घोटाले की जांच निष्पक्ष रूप से कराने के लिए एनआरसी कोऑर्डिनेटर को मैंने आज एक ज्ञापन भी सौंपा है। शर्मा ने कहा कि राज्य में सरकार द्वारा एनआरसी कोऑर्डिनेटर का दायित्व हितेश देव शर्मा को दिए जाने के बाद बरपेटा के संसद अब्दुल खालेक द्वारा आक्रमण किया जाना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। अब्दुल खालेक संप्रदायिक राजनीतिक करते हैं।
उल्लेखनीय है कि एनआरसी अद्यतन के मुद्दे को सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट में अभिजीत शर्मा ने ही चुनौती दी थी। जिस पर सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने अपनी निगरानी में एनआरसी के अद्यतन की प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाया था। ऐसे में शर्मा द्वारा एनआरसी में अवैध नागरिकों का नाम शामिल होना और इस प्रक्रिया में घोटाला होने का आरोप बेहद गंभीर है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है?