कानपुर, 03 अप्रैल (हि.स.)। महासागर से लेकर धरातल तक अबकी बार चक्रवाती सिस्टम अधिक सक्रिय होने से पिछले वर्षों की अपेक्षा अप्रैल से जून तक तापमान में बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। हालांकि तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा लेकिन लोगों को ‘लू’ कुछ अधिक ही परेशान करेगी। यही नहीं अगले सप्ताह उत्तर प्रदेश में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि गर्मियों से संबंधित पूर्वानुमान है कि उत्तर और पूर्वी भारत में अप्रैल से जून तक दिन का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है।
दक्षिण भारत के अधिकतर हिस्सों, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर आदि क्षेत्रों में अधिकतम तापमान के सामान्य स्तर से कम रहने का अनुमान है। अभी भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में मध्यम ला नीना की स्थिति है और समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सामान्य से नीचे है। ताजा पूर्वानुमान आने वाले मौसम में एसएसटी बढ़ने का संकेत देते हैं।
बताया कि अगर उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो इसका असर अगले सप्ताह से दिखने लगेगा और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। हालांकि अभी दो दिनों तक आसमान में बादल छाये रहने की संभावना है जिससे तापमान इन दिनों सामान्य ही रहेगा।