मॉस्को, 16 अप्रैल (हि.स.)। रूस में भारतीय राजदूत बाला वेंकाटेश वर्मा ने कहा है कि रूस की वैक्सीन स्पुतनिक वी की पहली खेप अप्रैल में भारत पहुंचेगी। इसके बाद भारत में धीरे-धीरे वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाया जाएगा जो प्रति महीने 50 मिलियन खुराक से अधिक हो सकता है।
राजदूत वर्मा ने कहा कि पहली खेप अप्रैल के अंत तक पहुंचने के बाद भारत में वैक्सीन का उत्पादन मई में शुरू होगा और फिर धीरे-धीरे बढ़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि स्पुतनिक वी के भारतीय उत्पादन की मात्रा प्रति माह 50 मिलियन खुराक से अधिक हो सकती है। उन्होंने कहा कि स्पुतनिक वी को आपातकालीन उपयोग को मान्यता देने वाला भारत में तीसरा टीका है। इसके साथ ही भारत उन 60 देशों के समूह में शामिल हो गया है जिन्होंने रूसी टीका के उपयोग को अधिकृत किया है। वैक्सीन को अब उन राष्ट्रों में अनुमोदित किया जाता है जो 3 बिलियन लोगों या वैश्विक आबादी के 40 प्रतिशत के बराबर हैं।
रूसी दूतावास के मिशन प्रमुख रोमन बाबूसकिन ने भरोसा जताया कि भारत में स्पूतनिक वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिलने से दोनों देशों के बीच साझेदारी के नए आयाम खुलेंगे। यह निश्चित रूप से भारत में वैक्सीनेशन के प्रयासों का समर्थन करेगा।