गुजरात के अहमदाबाद में ठगी का हैरान करने वाला वाकया, जाल में फंस गया बड़ा व्यापारी !
आपने नकली नोटों से फर्जीवाडे के कई किस्से सुने होंगे, लेकिन हम जो बताने जा रहे हैं वो कहानी तो गजब का है. मामला गुजरात के अहमदाबाद की है जहां शातिर ठगों के चंगुल में फंस गया एक सर्राफा व्यापारी जिसे गंवाना पड़ा दो किलों से ज्यादा सोना . हालांकि इसके लिए ठगों ने ज्वेलर के स्टाफ को बाकायदा पांच सौ के नोटों की छब्बीस गड्डियां यानि एक करोड तीस लाख रुपये दिए .परन्तु जब उसकी नजर उन नोटों पर पडी तो उनके होश उड गए.
ठगों ने जो रुपये ज्वेलर्स को दिये थे वे नकली थे. नोटों पर महात्मा गांधी की जगह बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर का फोटो छपा हुआ था. इतना ही नहीं नोटों पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की जगह रेसोल बैंक ऑफ इंडिया लिखा हुआ था.
मामला खुलने के बाद तुरंत पुलिस को जानकारी दी गई और तबसे पुलिस शातिर ठगों को तलाश रही है.
पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक सीजी रोड स्थित लक्ष्मी ज्वेलर्स के मैनेजर प्रशांत पटेल ने सर्राफा व्यापारी मेहुल ठक्कर को एक फर्म को दो किलो एक सौ ग्राम सोना देने के लिए कहा था. फर्म का नाम पटेल कांतिलाल मदनलाल आंगडिया बताया. लक्ष्मी ज्वेलर्स से पुराना कारोबारी संबंध होने की वजह से मेहुल ठक्कर ने एक लाख साठ करोड रुपये में सौदा तय कर दिया और दूसरे दिन सोना भिजवाने की बात कही.
सीजी रोड पर स्थित आंगडिया फर्म में लेनदेन होने की बात तय हुई. मेहुल ठक्कर ने अगले दिन अपने एक स्टाफ को सोना लेके सीजी रोड पर भेजा. मौके पर तीन लोग मौजूद थे, इनमें से एक के पास नगदी गिनने की मशीन भी थी.
सोना खरीदने वालों ने 1.30 करोड़ रुपये के नोट सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर पर रखे और कहा कि आप सोना दीजिए. जबतक नोटों की गिनती होगी तबतक बाकी के तीस लाख दूसरे ऑफिस से लाकर देंगे. इसके बाद मेहुल ठक्कर के स्टाफ भरत जोशी को चकमा देकर तीनों ठग वहां से रफुचक्कर हो गए . मेहुल के स्टाफ ने सोना देने के बाद जब नोट निकाला तो पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई. नोट नकली थे. इसके बाद जिस व्यक्ति ने लक्ष्मी ज्वेलर्स का मैनेजर बनकर संपर्क किया था उसको कॉल किया गया तो फोन बंद मिला. जिस फर्म के बारे में बताया गया था वो भी फर्जी निकला. तब जाकर मेहुल ठक्कर ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई.