शुभेंदु के साथ भाजपा में शामिल होंगे 12 विधायक व तीन सांसद, कई पार्षद भी सूची में
कोलकाता, 17 दिसम्बर (हि. स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बागी मंत्री शुभेंदु अधिकारी के तृणमूल कांग्रेस के नाता तोड़ने के साथ ही तृणमूल में भगदड़ मच गयी है। राज्य के विभिन्न जिलों से तृणमूल नेताओं के बगावती तेवर तेज हो गए हैं और ममता के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं।
भाजपा सूत्रों के अनुसार शुभेंदु अधिकारी के साथ करीब 12 एमएलए, तीन एमपी, दर्जनों पार्षद और पार्टी नेता भाजपा में शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में मेदिनीपुर में भाजपा में शामिल होंगे, हालांकि इसके पहले वह दिल्ली जाकर अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। बुधवार को ही शुभेंदु ने विधानसभा में विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद सीधे पूर्व बर्दवान के तृणमूल के बागी एमपी सुनील मंडल के घर पर गए थे। वहां तृणमूल के बागी एमएलए जीतेंद्र तिवारी के सहित अन्य एमएलए और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
सूत्रों के अनुसार, एमपी सुनील मंडल, मंत्री राजीव बनर्जी, एमएलए और आसनसोल के प्रशासक जीतेंद्र तिवारी, एमएलए शीलभद्र दत्ता, तृणमूल नेता काजल साहा, कनिष्क पांडेय, एमएलए उदयन गुहा, एमएलए दीपल हाल्दार, बाली की एमएलए वैशाली डालमिया, कांग्रेस के एमएलए सुदीप मुखर्जी, रघुनाथपुर नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन भवेश चटर्जी, पुरुलिया के पूर्व सभाधिपति सृष्टिधर महतो और सुदीप महतो, एमपी और शुभेंदु अधिकारी के भाई दिवेंदु अधिकारी, पांशकुड़ा की एमएलए फिरोजा बीबी, कांथी उत्तर के एमएलए बोनोश्री माइती, सिताई के एमएलए जगदीश वर्मा बसुनिया, मालदा के सभाधिपति गौर मंडल, मालदा की एमपी मौसम बेनजीर नूर, कालना के एमएलए विश्वजीत कुंडू, सिंगूर के एमलए रवींद्रनाथ भट्टाचार्य, मुर्शिदाबाद के एमएलए नियामत शेख तथा जिला परिषद अध्यक्ष मशरूफ हुसैन ने बागी तेवर अपनाए हुए हैं। इनमें से कइयों के भाजपा में शामिल होने की संभावना है।