नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमावर को चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर को जोड़ने वाले सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) परियोजना का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत की आजादी की तपोस्थली अंडमान निकोबार की भूमि और वहां के लोगों के साथ पूरे देश के लिए आज का दिन अहम है। नेता जी सुभाषचंद्र बोस को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि करीब डेढ़ वर्ष पहले इस परियोजना की आधारशिला रखी गई थी, जो समय से पहले पूरी हो गई है। चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर से लिटिल अंडमान और पोर्ट ब्लेयर से स्वराज द्वीप तक, अंडमान निबोकाबर के एक बड़े हिस्से में ये सेवा आज से शुरू हो चुकी है। संमदर के भीतर 2300 किलोमीटर तक केबल बिछाने का ये काम समय से पहले पूरा करना अपने आप में बहुत प्रशंसनीय है।
पीएम मोदी ने कहा कि गहरे समंदर में सर्वे करना, केबल की कनेक्टिविटी को बनाए रखना, विशेष जहाजों के जरिये केबल बिछाना इतना आसान काम नहीं है। जितना बड़ा ये प्रोजेक्ट था, उतनी ही विराट चुनौतियां भी थीं, यहीं वजह थीं कि बरसों इसकी आवश्यकता होते हुए भी इस पर काम नहीं हो पाया था। लेकिन मुझे खुशी है कि सारी रुकावटों को किनारे करके इस काम को पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास, वर्तमान और भविष्य के लिए इतने महत्वपूर्ण स्थान को, वहां के परिश्रमी नागरिकों को आधुनिक टेलीकॉम कनेक्टिविटी देना देश का दायित्व था। टीम भावना से आज एक पुराना सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि अंडमान निकोबार को बाकी देशों से जोड़ने वाला ओफसी, ईज ऑफ लिविंग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। ऑनलाइन पढ़ाई हो, टूरिज्म से कमाई हो, बैंकिंग हो, शॉपिंग हो या टेलिमेडीसिन हो, अब अंडमान निकोबार के हजारों परिवारों को भी ये ऑनलाइन सुविधा मिल पाएंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि हिन्द महासागर हजारो वर्षों से भारत के व्यापारिक और सामरिक सामर्थ्य का केन्द्र रहा है। अब जब भारत इंडो पैसिफिक में व्यापार-कारोबार और सहयोग की नई नीति पर चल रहा है, अंडमान औऱ निकोबार सहित हमारे तमाम द्वीप का महत्व और अधिक बढ़ गया है। एक्ट-ईस्ट पॉलिसी के तहत पूर्वी एशियाई देशों और समंदर से जुड़े दूसरे देशों के साथ भारत के मजबूत होते रिश्तों में अंडमान निकोबार की भूमिका बहुत अधिक है और ये निरंतर बढ़ने वाली है।