लखनऊ, 16 जून (हि.स.)। बहुचर्चित अनामिका प्रकरण की जांच कर रही यूपी एसटीएफ ने गिरोह के सरगना समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर गोंडा पुलिस के सुपुर्द किया। इस मामले में पूछताछ में कई अहम जानकारियां पुलिस को मिली है। फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज के जरिये कई युवतियों को अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी दिलाने वाला मास्टर माइंड पुष्पेंद्र खुद दुसरे युवक के नाम पर शिक्षक की नौकरी कर रहा था।
पुलिस महानिरीक्षक आईजी एसटीएफ अमिताभ यश के मुताबिक इस मामले के मुख्य आरोपित मैनपुरी निवासी व फर्रुखाबाद में सहायक अध्यापक पुष्पेंद्र जाटव उर्फ राज, जौनपुर में बेसिक शिक्षा कार्यालय में जिला समन्वयक अधिकारी आनंद तथा लखीमपुर में बेसिक शिक्षा कार्यालय के प्रधान लिपिक रामनाथ को गिरफ्तार किया था।। रामनाथ वर्तमान में हरदोई के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, पाली में संबद्ध था।
पूछताछ में आरोपित राज उर्फ पुष्पेंद्र जाटव उर्फ गुरुजी ने बताया कि वह इस गिरोह का सरगना है और वह कुंवरपुर खास निवासी सुशील के नाम से फर्जी तरीके से सहायक अध्यापक के पद पर कुंवरपुर खास जनपद फर्रूखाबाद में नियुक्त है। वह 2010 में रामनाथ प्रधान लिपिक उपरोक्त के सम्पर्क में आया था, जिससे उसने अंजली पुत्री राम खिलाडी नाम की महिला को कस्तूरबा गंधी आवासीय विद्यालय में रामनाथ के सहयोग से नियुक्ति करवायी थी, जिसके पश्चात अंजली की समयावधि पूर्ण होने पर उसे वार्डन के पद पर भी नियुक्त करवाया और मेरे भाई जसवंत को विभव कुमार के नाम से कूटरचित दस्तावेज के आधार पर जनपद कन्नौज में नियुक्त कराया था। रामनाथ व आनन्द के माध्यम से ही जौनपुर में फर्रूखाबाद की नई बस्ती निवासी दीप्ती को कूटरचित दस्तावेजो के आधार पर मैनपुरी के भोगांव निवासी रामबेटी की नियुक्ति करवायी थी जो वर्तमान में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, डिहिया जनपद जौनपुर में नियुक्त है। मेरे साथ पकडे़ गये रामनाथ के माध्यम से ही आनन्द से मेरी मुलाकात हुई थी, जो जौनपुर में जिला समन्वय अधिकारी के पद पर नियुक्त है तथा इनकी पत्नी शोभा तिवारी जिला समनव्यक बालिका शिक्षा, समग्र शिक्षा अभियान जौनपुर में नियुक्त है। जौनपुर में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र/शैक्षिक दस्तावेज आनन्द सिह की अभिरक्षा में रहते है, जिनके सहयोग से काउन्सिलिंग में प्रतिभाग न करने वाले अभ्यर्थियों के बारे में जानकारी कर आनन्द सिंह द्वारा अनामिका शुक्ला के शैक्षिक दस्तावेजों की प्रति वर्ष 2019 में मुझे प्राप्त करायी गयी। जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय जनपद हरदोई के बाबू रामनाथ को मेरे द्वारा दी गयी। जिसके बाद
कानपुर देहात के रसूलाबाद निवासी बब्ली को जनपद अलीगढ, में व उसकी ननद सरिता को जनपद प्रयागराज, में दीप्ती को जनपद वाराणसी, प्रिया को जनपद कासगंज में मेरे द्वारा रामबेटी के माध्यम से दो-दो लाख रुपये लेकर शिक्षिका के पद पर अनामिका शुक्ला के नाम से नियुक्त कराया गया। इसके अलावा रीना व अन्य महिला अभ्यार्थियों को रामनाथ ने अनामिका शुक्ला के नाम से सहारनपुर, बागपत, रायबरेली, अमेठी, अम्बेकरनगर में नियुक्त कराया गया। अभियुक्त पुष्पेन्द्र ने बताया कि मुझे आनन्द बाबू ने जौनपुर के शाहपुर निवासिनी प्रीति यादव के समस्त शैक्षिक प्रमाण पत्र देते हुए कहा था कि यह लड़की 2017 में हमारे यहां कस्तूरबा गांधी विद्यालय, जौनपुर में नौकरी के लिए आवेदन किया था। यह उसी के अभिलेख हैं। इन्हीं अभिलेखों का उपयोग कर हम लोगों द्वारा जनपद जौनपुर व जनपद आजमगढ़ में प्रीति यादव नाम की दो फर्जी शिक्षिकाओं की कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नियुक्ति करायी है।
एसटीएफ ने गिरफ्तार अभियुक्तों को गोंडा पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। अग्रिम विधिक कार्रवाई व विस्तृत पूछताछ स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।