अमित शाह ने अपनी मेघालय यात्रा के दूसरे दिन कई योजनाओं का किया शुभारंभ
शिलांग, 25 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी मेघालय यात्रा के दूसरे दिन रविवार को सोहरा (चेरापूंजी) में हरित सोहरा वनीकरण अभियान का शुभारंभ किया। मेघालय सरकार द्वारा असम राइफ़ल्स के सहयोग से यह वनारोपण अभियान चलाया जाएगा। शाह ने ग्रेटर सोहरा वॉटर सप्लाई स्कीम का भी उद्घाटन किया।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने वनारोपण और पौधरोपण के महत्व को रेखांकित करते हुए “सदाबहार पूर्वोत्तर” का नारा दिया। गृह मंत्री ने कहा कि पहले चेरापूंजी में सालभर बारिश होती थी परंतु विकास के नाम पर अंधाधुंध कटाई से स्थिति बदल गई है। उन्होंने कहा कि चेरापूंजी को फिर से हरा-भरा बनाने का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट आज शुरू हुआ है। उन्होंने बताया कि चेरापूंजी के पूरे इलाके को पौधरोपण की दृष्टि से असम राइफल अडॉप्ट करने वाला है।
उन्होंने कहा कि ईंधन तथा अन्य उपयोगों के लिए वृक्ष काटे जाते हैं इसलिए कुल भूमि में से 80 प्रतिशत परंपरागत और लंबी आयु वाले वृक्षों की पौध लगाई जाएगी। शेष 20 प्रतिशत में पशु चारण, सजावटी वृक्ष और नर्सरी लगाने का काम किया जाएगा जिससे सभी आवश्यकताओं को पूरा करते हुए लंबी आयु वाले वृक्ष काटने के कारणों को कम किया जा सके। इस तकनीक से मल्टी लेवल फार्मिंग होती है और 30 गुना तेजी से जंगल बढ़ता है और 3 साल के बाद वह मेंटीनेंस से मुक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि इससे ईको-टूरिज्म को काफी फायदा होगा, मेघालय के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
शाह ने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए तैनात पैरामिलिट्री फोर्सेज के कारण हमारा देश अक्षुण्ण है। विगत दो वर्षों से उन्होंने पर्यावरण सुधार का भी जिम्मा संभाला है और अभी तक एक करोड़ अड़तालीस लाख पौधे लगाए गये, जिसमें एक करोड़ छत्तीस लाख पौधे जीवित हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी रणनीति बनाकर अलग-अलग क्षेत्रों में लगभग 01 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे तथा अगले तीन वर्षों में 1000 हेक्टेयर में एक मिलियन वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में बड़ी संख्या में घरेलू गैस चूल्हे पंहुचाकर कार्बन उत्सर्जन को रोकने का काम किया है। आज जल विद्युत और सोलर पावर में भारत सबसे आगे है। शाह ने कहा कि पेरिस समझौते में प्रधानमंत्री मोदी की प्रस्तावित कार्य योजना के साथ पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग और कार्बन उत्सर्जन के खिलाफ लड़ रही है।
शाह ने कहा कि जो लड़ाई हम लड़ने जा रहे हैं वह जिला पंचायत, तालुका पंचायत स्तर पर आम जनता के सहयोग के बगैर सफल नहीं हो सकती। उन्होंने देश भर की सभी पंचायतों से आह्वान किया कि पैरामिलिट्री फोर्सेस द्वारा जगह-जगह पर किए जा रहे पौधरोपण कार्यक्रमों में सहयोग करें, उनका हाथ बटाते हुए उनके साथ अपनी ताकत को जोड़कर पैरामिलिट्री फोर्स के द्वारा एक करोड़ पौधे लगाने और उनको जिंदा रखने में मदद करें।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन के अंतर्गत नॉर्थ-ईस्ट स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम के तहत डोनर मंत्रालय और मेघालय सरकार 25 करोड़ रुपये की लागत के ग्रेटर सोहरा वाटर प्रोजेक्ट से हर परिवार, हर घर तक शुद्ध पीने का पानी नल से पहुंचाने का काम किया जाना है। उन्होंने कहा कि यदि पानी का स्रोत शुद्ध नहीं है तो मानव स्वस्थ नहीं रहेगा। इसलिए प्रधानमंत्री ने देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने तथा मेघालय के 50 वर्ष पूरे होने तक मेघालय राज्य और देश के हर घर में शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का लक्ष्य लिया है।
शाह ने कहा कि मेघालय में 2,80,000 परिवारों को पीने का पानी पहुंचाने का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है जिसे 1874 छोटी-छोटी परियोजनाओं में बांटा गया है। उन्होंने कहा कि इस दुर्गम क्षेत्र में इतना महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पहुंचाने का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण है। केंद्र सरकार ने अब तक 400 करोड़ रुपये आवंटित किया है। जैसे-जैसे काम आगे बढ़ेगा और राशि का आवंटन किया जाएगा। कहा कि असम राइफल का इतिहास है कि 180 वर्षों में जो भी कार्य उन्हें दिया गया है उसे पूरी लगन से उन्होंने समय रहते पूर्ण किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर शुरू किए गए पौधरोपण अभियान के अंतर्गत आज सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) देशभर में पौधरोपण कर रहे हैं। इस अभियान के तहत रविवार को 16 लाख 31 हज़ार से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
शाह ने सोहरा स्थित रामकृष्ण मिशन में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वे पूजा कार्यक्रम में भी शामिल हुए। उन्होंने रामकृष्ण मिशन के सम्मानित व्यक्तियों से भी मुलाक़ात की।
इस अवसर पर डोनर मंत्री जी किशन रेड्डी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष विभाग राज्य मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह, डोनर मंत्रालय के राज्य मंत्री बीएल वर्मा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा और केंद्र तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।