कोलकाता, 02 जुलाई (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा 2019 का लोकसभा चुनाव बीत चुका है। इसमें भाजपा ने 2014 में दो सीटों के मुकाबले इस बार 42 में से 18 सीटों पर कब्जा जमा लिया है। राज्य भर से लोगों की शानदार प्रतिक्रिया को देखते हुए अब पार्टी में राज्य में 294 विधानसभा सीटों में से कम से कम 225 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य तय किया है। यह जानकारी मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश इकाई के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने दी।
उन्होंने बताया कि दो दिनों पहले ही 30 जून को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं की बैठक हुई है। उसमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मुकुल राय के अलावा वह खुद मौजूद थे। इस दौरान अमित शाह ने राज्य की 294 में से कम से कम 225 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इन सीटों पर पार्टी की सांगठनिक मजबूती और खामियों से संबंधित एक रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है ताकि पार्टी वहां जीत सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक रणनीति समय से पहले बना सके। लोकसभा चुनाव बाद राज्यभर में सत्तारूढ़ तृणमूल को छोड़कर भाजपा में जाने वाले नेताओं, मंत्रियों, विधायकों, पार्षदों और तृणमूल के निचले दर्जे के नेताओं का तांता लगा हुआ है। राज्य की सभी 294 सीटों पर पार्टी की सांगठनिक मजबूती की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है लेकिन लोकसभा चुनाव में 130 विधानसभा सीटों पर पार्टी ने बढ़त बरकरार रखी थी। उस पर खासतौर से ध्यान देने का निर्देश अमित शाह ने दिया है। इसके साथ ही जिन सीटों पर पार्टी दूसरे नंबर पर है, वहां किन वजहों से लोग भाजपा के पक्ष में नहीं थे, इसकी समीक्षा करने को कहा गया है। लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव में भी प्रत्येक क्षेत्र में पार्टी जमीनी तौर पर सर्वे कराएगी और मौजूदा खामियों को दुरुस्त कर राज्य की सत्ता फतह करने के लिए मैदान में उतरेगी।