नई दिल्ली, 16 सितम्बर (हि.स.)। राजधानी दिल्ली के सबसे वीवीआईपी इलाके में मौजूद संसद भवन एवं राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया है। शनिवार शाम के समय अमेरिकी पिता-पुत्र ने इस वीवीआईपी जोन के ऊपर कैमरा लगा हुआ ड्रोन उड़ाया। इसका पता लगते ही पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है। इनके कैमरे में पुलिस को वीवीआइपी इलाके की फुटेज मिली है। पिता-पुत्र से खुफिया विभाग सहित सुरक्षा एजेंसियां इस प्रकरण को लेकर पूछताछ कर रही हैं।
पुलिस के अनुसार शनिवार शाम के समय पराक्रम वैन राष्ट्रपति भवन के पास मौजूद थी। उसी दौरान सुरक्षा में तैनात एक पुलिसकर्मी ने कुछ संदिग्ध वस्तु राष्ट्रपति भवन के पास उड़ते हुए देखी। वह तुरंत भाग कर वहां पर पहुंचा और देखा कि कोई ड्रोन उड़ा रहा है। उसने इसे उड़ाने वाले व्यक्ति की तलाश की और जल्द ही वहां मौजूद पीटर जेम्स और उसके बेटे लीडबेटर को पकड़ लिया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति भवन के पास उड़ रहे इस ड्रोन को नीचे उतारा। वहां से दोनों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया और उन्हें पूछताछ के लिए नजदीकी थाने ले जाया गया।
स्पेशल सेल सहित खुफिया विभाग कर रही पूछताछ
पुलिस ने जब ड्रोन में लगे कैमरे की फुटेज देखी तो उसमें केंद्रीय सचिवालय और राष्ट्रपति भवन के पास की फुटेज मिली। मामला संवेदनशील होने के चलते स्पेशल सेल और खुफिया विभाग के अधिकारी भी पूछताछ के लिए पहुंचे। इसके बाद उनसे संयुक्त रूप से पूछताछ शुरू हुई। पूछताछ में पता चला कि वह शनिवार को ही भारत आए थे और सरदार पटेल मार्ग स्थित एक होटल में ठहरे हुए थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है।
टूरिस्ट वीजा पर आये हैं भारत
पूछताछ में अमेरिकी पिता-पुत्र ने पुलिस को बताया कि वह टूरिस्ट वीजा पर भारत आए हैं और अमेरिकी कंपनी के लिए इस जगह का वीडियो बना रहे थे। पीटर के पास एक महीने का जबकि उसके बेटे के पास एक साल का वीजा है। उन्हें पकड़े जाने की जानकारी अमेरिका दूतावास को दे दी गई है। फिलहाल दोनों से पूछताछ चल रही है।
इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाना है प्रतिबंध
पुलिस के अनुसार यह वीवीआईपी इलाका होने के साथ ही अतिसंवेदनशील जोन में आता है और इसकी वजह से यहां पर ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है। हाल ही में सुरक्षा को लेकर की गई बैठक में पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने सभी जिले के डीसीपी को खुफिया विभाग के इनपुट से आगाह करवाया था। खुफिया विभाग की तरफ से हवाई हमले का खतरा बताया गया है और इस वजह से इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है।