अमेरिका ने चीन से व्यापार समझौते में दूसरी पारी के लिए कदम बढ़ाया

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उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका और चीन के बीच शनिवार को सीमित व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर लिए जाएंगे।



वाशिंगटन, 14 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को चीन के साथ सीमित व्यापार समझौते की पहल कर एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है। इस समझौते से ट्रम्प को अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में राजनीतिक लाभ मिलेगा, वहीं उन्हें अपने मिड वेस्ट के सोया किसानों, ईंधन और सूअर के बड़े-बड़े फ़ार्म चलाने वालों को सकून मिलेगा। इस तरह उन्नीस महीनों से चले आ रही कारोबारी जंग पर भी विराम लग जाएगा।
उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका और चीन के बीच शनिवार को सीमित व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर लिए जाएंगे। इसके जवाब में ट्रम्प चीन के खिलाफ रविवार से लगने वाले दो सौ डालर के चीनी माल के आयात पर अतिरिक्त सीमा शुल्क वापस ले लेंगे। ट्रम्प प्रशासन ने पिछले दो सालों में चीन के विरुद्ध 360 अरब डालर के चीनी आयात पर अतिरिक्त सीमा शुल्क से 39 अरब डॉलर की आय हासिल की है, जो एक बड़ी रकम है। ट्रम्प को  एक लाभ और यह होगा कि अमेरिकी निवेशकों को अब चीन में अपने व्यापारिक ढांचे को दुरुस्त करने का मौका मिलेगा। इसके बावजूद प्रौद्योगिकी संबंधी मसले रह जाएंगे, जिन्हें कालांतर में सुलझा लिए जाने का दोनों ओर से दावा किया जा रहा है।
चीन ने मिड वेस्ट में अमेरिकी किसानों की सोया, सूअर का मांस और ऊर्जा के लिए पच्चास अरब डॉलर के माल की आपूर्ति पर सहमति दे दी है।  इस तरह उन्नीस महीनों से चले आ रही कारोबारी जंग पर विराम लग जाएगा। इस समझौते से  अगले साल नवम्बर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प को राजनैतिक  दृष्टि से लाभ मिलना तय है। मिड वेस्ट के एक दर्जन राज्यों में सोया और सूअर के मांस के बड़े-बड़े फार्म चलाने वाले रिपब्लिकन मतदाता हैं। चीन ने सहमति जताई है कि वह उन किसानों से पच्चास अरब डॉलर तक का माल आयात करेगा। इसमें किसानों को अब 40 अरब डॉलर की अतिरिक्त पैदावार और चीन को निर्यात करने में मदद मिलेगी। चीन को भी सोया और सूअर के मांस की कमी से राहत मिलेगी। इन दोनों कमी से इनके दाम चीन में आसमान छू रहे थे।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने दो दिन पहले ही अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको के साथ  पच्चीस वर्षों से चले आ रहे तीन देशों के ‘नाफ़्टा’ समझौते पर हस्ताक्षर करवा कर एक बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने  अपने किसानों और व्यापारियों को यह अहसास दिलाने की कोशिश की है कि वह उनके हितों के प्रति भी उतने ही चिंतित है। ट्रम्प पिछले कुछ अरसे से ओहायो, इलिनोईस और डेकोटा के किसानों को भरोसा दिलाते आए हैं कि वह उनके हितों के बीच में नहीं आएंगे।
ट्रम्प ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में मीडिया को बताया कि चीन की ओर से मिड वेस्ट के किसानों से अतिरिक्त मात्रा में सोया ख़रीदने के कारण उन्हें ज्यादा पैदावार लेने के लिए संसाधनों की जरूरत पड़ेगी। इस कारोबारी जंग में चीन ने भी पिछले दो सालों से ट्रम्प के मिड वेस्ट के मतदाताओं को निशाने पर रखा हुआ था। अमेरिका के सीमा शुल्क चीन, टर्की और भारत से अधिक साबित हुए हैं।

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