श्रीनगर, 13 जुलाई (हि.स.)। कश्मीर घाटी में शनिवार को शहीदी दिवस पर अलगाववादी संगठनों के साझा मंच ज्वाइंट रजिस्टेंस लीडरशिप के बंद के आह्वान पर श्रीनगर के कई हिस्सों में धारा 144 लागू की गई है। श्रीनगर और कश्मीर घाटी के ज्यादातर हिस्सों में बंद के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया है। साथ ही अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने शनिवार को एक दिन के लिए अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी है।
अलगाववादियों के आह्वान का व्यापक असर दिखा है। कश्मीर घाटी में सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। श्रीनगर शहर के ज्यादातर हिस्सों में पूर्ण बंद है। सड़कों पर सन्नाटा है। श्रीनगर के पुराने शहर तथा डाउन टाउन व कई अन्य हिस्सों में प्रदर्शन की आशंका के चलते धारा 144 लागू की गई है। कश्मीर घाटी में रेल सेवा को स्थगित कर दिया गया है। प्रशासन ने शुक्रवार को अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद कर दिया था। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नेता मुख्तार वाजा सहित हिलाल वार और जावेद मीर को भी उनके घरों पर नजरबंद कर दिया गया है।
ज्वाइंट रजिस्टेंस लीडरशिप अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक का साझा मंच है। मंच हर साल 13 जुलाई को बंद और प्रदर्शन का आह्वान करता है। उल्लेखनीय है कि 13 जुलाई 1931 को कश्मीर में तत्कालीन महाराजा हरि सिंह के खिलाफ विद्रोह हुआ था। महाराजा की फौज की गोलीबारी में मारे गए लोगों की स्मृति में हर साल 13 जुलाई को शहीदी दिवस मनाया जाता है।