चंडीगढ़, 02 नवम्बर (हि.स.)। दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण पैदा हुई अभूतपूर्व स्थिति पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गहरा दुख और नाराजगी ज़ाहिर की है। उन्होंने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भावुक पत्र लिखकर राजनैतिक और क्षेत्रीय भिन्नताओं से ऊपर उठकर एक मत बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। इस पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘चाहे देश के लोगों में कोई भी विश्वास बना हो लेकिन कोई भी भारतीय ख़ास तौर पर पंजाबी राष्ट्रीय राजधानी में हमारे भाइयों के साथ घट रही त्रासदी से बेखबर नहीं हैं।’’
मुख्यमंत्री ने अपने बच्चों और पोते-पोतियों के दिल्ली में रहने का भी जि़क्र किया जो शहर की ज़हरीली हवा के कारण राष्ट्रीय राजधानी में लाखों लोगों की दुर्दशा साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति ने प्रगतिशील और विकसित मुल्क होने के किये जा रहे दावों को खोखला साबित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने माना कि पराली की आग जो गलत दिशा में बहने वाली हवाओं के कारण वायु प्रदूषण के ज़हरीला होने का भी एक कारण बनी जिससे आज दिल्ली में ऐसी स्थिति पैदा हुई। इसे भी नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि पंजाब ने पराली जलाने के विरुद्ध कानून को जहाँ तक संभव हुआ लागू करने की कोशिश की। यहां तक कि किसानों को जुर्माने भी किये। उन्होंने कहा,‘‘हालाँकि यह मेरे ज़मीर के विरुद्ध है कि उस भाईचारे को सज़ा दे रहे हैं। किसानों को धान की पराली जलाने से रोकने के लिए हम उनकी दयनीय हालत को और हाशिये पर नहीं ले जा सकते।’’ कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आगे लिखा कि उनको आशा थी कि भारत सरकार इस गंभीर समस्या का व्यापक हल तलाशने के लिए बहुत समय पहले ही यह मसला अपने हाथों में लेगी लेकिन दुर्भाग्य से सुप्रीम कोर्ट के तेज़ी से खऱाब हुई स्थिति पर चिंता ज़ाहिर करने के बाद भी आज तक इसके प्रति कोई कदम नहीं उठाया गया है।