अमर सिंह ने उप्र से शुरु किया था सियासी सफर, फिल्मी जगत में भी रही धमक

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कभी सपा में बोलती थी तूती, मुलायम के रहे बेहद करीबी



लखनऊ, 01 अगस्त (हि.स.)। राज्यसभा सांसद अमर सिंह अब नहीं रहे। शनिवार को उनका सिंगापुर में निधन हो गया। आजमगढ़ जिले के मूल निवासी अमर सिंह ने उत्तर प्रदेश से ही सियासी सफर शुरु किया था। एक दौर में वह समाजवादी पार्टी (सपा) में मुलायम सिंह यादव के बाद सबसे असरदार नेता थे। अमर सिंह की भारतीय सिनेमा जगत में भी काफी धमक थी। कई फिल्मी हस्तियों को उन्होंने सियासत का पाठ पढ़ाया था।
आजमगढ़ के तरवा इलाके में वर्ष 1956 में जन्मे अमर सिंह ने सक्रिय राजनीति में उस समय प्रवेश किया था, जब 1996 में उनकी मुलाकात देश के तत्कालीन रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव से एक जहाज में हुई। इसी मुलाकात के बाद वह मुलायम के नजदीक आ गये और जल्द ही उनकी गिनती उप्र के कद्दावर नेता के रुप में होने लगी।
इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने अमर सिंह को समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया। अमर सिंह की सुब्रत राय सहारा और अनिल अंबानी जैसे बड़े उद्योगपतियों से गहरी दोस्ती थी। इसके अलावा फिल्मी जगत में भी अच्छी पकड़ थी। इसका लाभ लेते हुए अमर सिंह ने सपा में मुलायम सिंह यादव के बाद दूसरे नंबर के नेता के रुप में पहचान बना ली। मात्र चार साल के अंदर वह पार्टी में वह बड़े-बड़े फैसले लेने लगे और टिकट के बंटवारे में भी उनका निर्णय काफी महत्वपूर्ण होता था।
सपा में उनकी इतनी दखल बढ़ गई थी कि उन्होंने अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन और जया प्रदा जैसे तमाम फिल्मी चेहरों को पार्टी में शामिल कराकर चुनाव लड़ाया। सियासी समीक्षकों का कहना है कि अमर सिंह उस समय सत्ता के कुशल प्रबंधक हो चुके थे और अपनी इसी कुशलता के बल पर उन्होंने मुलायम सिंह यादव को उप्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाया था। इस बीच सपा के टिकट पर वह राज्य सभा के लिए चुने गये।
हालांकि, अमर सिंह ने अपनी दो दशक की राजनीति में सपा के लिए कई बार संजीवनी का भी काम किया। लेकिन, पार्टी के अंदर कुछ लोग उन्हें पसंद नहीं करते थे। नतीजा यह हुआ कि वर्ष 2010 में उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोकमंच का गठन किया। हालांकि इस पार्टी का उप्र की राजनीति में कोई विशेष असर नहीं रहा। वर्ष 2016 में अमर सिंह दोबारा सपा में शामिल हुए और किसी तरह वह फिर राज्यसभा तक पहुंचने में कामयाब रहे। लेकिन, पार्टी की कमान अखिलेश यादव के हाथों जाने और पारिवारिक विवाद की वजह से उन्हें सपा से फिर किनारा करना पड़ा।
फिल्म जगत में भी रही हनक
अमर सिंह सियासत के अलावा फिल्म जगत में भी अपनी हनक के लिए जाने जाते थे। कई फिल्मी हस्तियों को उन्होंने राजनीति का ककहरा सिखाया था। पूर्व सांसद जया प्रदा उन्हें अपना राजनीतिक गुरु मानती थीं। रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव के दौरान जया प्रदा के पक्ष में बोलते हुए सपा नेता मो0 आजम खान को उन्होंने राक्षस प्रवृत्ति का व्यक्ति तक कह दिया था।
बालीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन से भी अमर सिंह की अच्छी पटती थी। कहा जाता है कि अमिताभ बच्चन के जब बुरे वक्त थे उस समय अमर सिहं ने उनकी अच्छी मदद की थी। अमिताभ की पत्नी जया बच्चन को अमर सिंह ही राजनीति में लाये थे। लेकिन, जब सपा से उनका निष्कासन हुआ तो साथ न देने के कारण बच्चन परिवार से उनके रिश्ते तल्ख हो गये थे। बीमारी के दौरान उन्होंने इसका जिक्र भी किया था। संजय दत्त और श्रीदेवी से भी अमर सिंह के रिश्ते अच्छे थे। वर्ष 2000 के दौरान अमर सिंह ने कई फिल्मों में रोल भी किया था।
अमर सिंह का आज सिंगापुर में निधन हो गया। वह पिछले छह माह से वहां इलाज करा रहे थे। उनके निधन पर सपा मुखिया अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने गहरा शोक प्रकट किया है।

 


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